रूस
दुनिया के सबसे ताकतवर देश में नाम रुस का आता है और भारत का रुस एक अच्छा दोस्त भी है लेकिन इन दिनों रुस काफी चर्चा में है क्योंकि रुस में तख्ता पलट की कोशिश की गई है रुस की ओर से यूक्रेन पर इस वक्त लडाई जारी है वहीं वैगनर ग्रुप ने रुसी सत्ता के खिलाफ विद्रोह कर दिया वैगनर आर्मी के चीफ येवगेनी ने हजारों लड़ाकों को कूच किया लेकिन अब ये कूच नाकाम रही है वैसे ऐसा पहली बार नहीं जब रूस में तख्तापलट की कोशिश की गई है ऐसा पहले भी हो चुका है।वैसे तो इस घटना को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहद बड़ी घटना माना गया है बैगनर के लड़कों ने यूक्रेन पर लडाई में कामयाबी पाई और अब इन्होंने ऐलान कर दिया कि वो रुसी सत्ता के खिलाफ लडेंगे जिसके बाद रुस में तहलका मच गया
पहले भी हो चुकी है रूस में तख्ता पलट की कोशिश
बता दें रूस में इससे पहले भी तख्ता पलट की कोशिश की गई है वहां 1989 में बर्लिन वॉल गिरने के बाद दो बार तख्तापलट की कोशिश की गई 1989 में बर्लिन की दीवार गिरी और सोवियत संघ कमजोर पड़ा उस वक्त के राष्ट्रपति गोर्बाचेव को त्ख्ता पलट की कोशिश का सामना करना पडा।
रुस की तरह इन देशों में भी बगावत
रूस के अलावा दुनिया के कई देश ऐसे है जहां बगावत है किसी सरकार को असंवैधानिक तरीके से हटाकर नयी असैनिक या सैनिक सरकार बना ली गई और पाकिस्तान में भी तख्तापलट का लंबा इतिहास है मुशर्रफ तख्तापलट कर ही सत्ता में आए थे।
किसने कराई वैगनर और रूस में मध्यस्था
बता दें वैगनर सेना को रोकने के लिए रुसी सेना ने हलीकॉप्टर से फायर किया जवाबी फायरिंग में लडाकों मारे गए और बेलारुस के राष्ट्रपति एलेक्जेडंर लुकोशेकों ने दोनों के बीच मध्यस्ता कराई और वैगनर के लड़ाकों को लौटने के लिए कह दिया।