लाफिंग बुद्धा
मानव जीवन में वास्तु शास्त्र का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि वास्तु शास्त्र में मानव जीवन में आने वाले हर समस्या के समाधान के लिए कई नियम और उपाय बताए गए हैं। जीवन में आने वाली कई समस्याएं घर की सुख समृद्धि को खत्म कर देती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार बताए गए नियमों का पालन करने से मानव जीवन में आने वाली सभी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। वास्तु शास्त्र में लाफिंग बुद्धा को लेकर भी कई नियम बताए गए हैं ऐसा माना जाता है कि लाफिंग बुद्धा को घर में रखने से खुशहाली, सुख, संपन्नता और समृद्धि हमेशा बनी रहती है। इसके साथ ही घर में लाफिंग बुद्धा के रहने से धन के भंडार भरे रहते हैं लेकिन अगर आप लाफिंग बुद्धा को गलत जगह पर रख देते हैं तो आपको फायदे की जगह नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। आइए जानते है इन जगहों के बारे में विस्तार से -
* वास्तु शास्त्र के अनुसार लाफिंग बुद्धा की मूर्ति की नाक निगरा स्वामी के दोनों हाथों की उंगलियों के बराबर यानी कम से कम आठ अंगुल का होना चाहिए। और इसकी अधिकतम ऊंचाई घर की मालकिन के हाथ की नाप से सवा हाथ के बराबर होनी चाहिए। इस तरह की लाफिंग बुद्धा की मूर्ति आपके लिए शुभ होती है।
* वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मेन गेट पर रखी हुई लाफिंग बुद्धा की मूर्ति का चेहरा हमेशा सामने की तरफ होना चाहिए। घर में रखी हुई लाफिंग बुद्धा की ऐसी मूर्ति कभी भी इंसान को कंगाल नहीं होने देती है।
* वास्तु शास्त्र के अनुसार बताया गया है कि लाफिंग बुद्धा की मूर्ति को घर के मेन गेट के सामने कम से कम 30 इंच की ऊंचाई पर रखा जाना शुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार लाफिंग बुद्धा की मूर्ति लगाए जाने के लिए ऊंचाई कम से कम 30 इंच से अधिक और साडे 32 इंच से कम नहीं होनी चाहिए।
* लाफिंग बुद्धा की मूर्ति ऐसे स्थान पर रखनी चाहिए। जैसे ही घर का मुख्य द्वार खुले सबसे पहले लोगों को वही मूर्ति दिखाई देनी चाहिए। इस बात का ध्यान रहे कि लाफिंग बुद्धा की मूर्ति को कभी भी रसोई और डाइनिंग रूम तथा बेडरूम में नहीं रखना चाहिए इसके साथ ही इसकी पूजा भी नहीं करनी चाहिए।
* वास्तु शास्त्र के अनुसार बताया गया है कि लाफिंग बुद्धा की मूर्ति को कभी भी सीधे जमीन पर रखने की गलती नहीं करनी चाहिए इसको आप टेबल या मेज पर रख सकते हैं।