वास्तु शास्त्र
मानव जीवन में वास्तु शास्त्र का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि वास्तु शास्त्र में मानव जीवन में आने वाली हर छोटी से छोटी समस्या के समाधान के लिए कई नियम और उपाय बताए गए हैं। आपको बता दें कि वास्तु शास्त्रों में घर की दिशाओं को भी विशेष महत्व दिया गया है बताया गया है कि घर में रखी कोई भी चीज तभी शुभ फल देती है जब उसको सही दिखाइए सही जगह पर रखा जाता है। वास्तु शास्त्र में बताया गया है अगर आपके घर का वास्तु ठीक होता है तो धन की लक्ष्मी के साथ-साथ धन के देवता भगवान कुबेर भी आपके ऊपर अपनी कृपा बरसाते हैं। शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि उत्तर दिशा को स्वामी कुबेर की दिशा माना जाता है इसलिए इस दिशा में कुछ विशेष उपाय करने के लिए बताए गए हैं। क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा दोषों से मुक्त होनी चाहिए। आइए जानते हैं पाने के लिए वास्तु शास्त्र में बताए गए उपायों के बारे में -
* नीले रंग का पिरामिड :
वास्तु शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि घर के उत्तर दिशा में नीले रंग का पिरामिड लगाना शुभ होता है ऐसा करने से आपके घर में धन समृद्धि बनी रहती है इसके साथ ही अगर उत्तर दिखेगी दीवारों को नीले रंग से पेंट करवाया जाता है तो यह और भी ज्यादा शुभ माना जाता है।
* लघु नारियल :
वास्तु शास्त्र के अनुसार लघु नारियल को बहुत ही शुभ माना गया है ऐसा बताया जाता है कि इसको यदि आप अपने घर के पूजा घर में रखते हैं तो आपको कभी भी जनसमृद्धि की कमी नहीं होती है और आपके घर में हमेशा धन की देवी मां लक्ष्मी का वास बना रहता है।
* भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्ति :
वास्तु शास्त्र के अनुसार बताया गया है कि घर की पूर्व उत्तर दिशा में भगवान गणेश और महालक्ष्मी की मूर्ति जरूर रखनी चाहिए इसके अलावा इस दिशा में हमेशा साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए ऐसा करने से आपके घर में हमेशा आर्थिक समृद्धि बनी रहती है और पैसों की कोई समस्या नहीं होती है।
* धातु का कछुआ :
वास्तु शास्त्र के अनुसार बताया गया है जिन घरों में धातु का कछुआ होता है वहां पर कभी भी धन की कोई कमी नहीं होती है क्योंकि कछुए का संबंध भगवान विष्णु से माना गया। वास्तु शास्त्र के अनुसार कछुए को हमेशा उत्तर दिशा की ओर स्थापित करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपके घर का वास्तु दोष दूर होने लगता है और आपके घर में सुख समृद्धि आने लगती है।