बरगद का पेड़
भारत में बरगद के पेडों का पौराणिक और धार्मिक इतिहास रहा है पेड का इतिहास कई पुराना है अगर आपने कभी गौर किया हो तो लोग अक्सर इसे आस पास अपने घर के आस पास भी लगाते है बरगद का पेड़ का ऐसा पेड़ है जो हजारों सालों तक जिंदा रहता है और कुछ ऐसा ही बरगद का पेड़ है जो हजारों सालों तक जिंदा रहता है हम आपको यूपी के बुलंदशहर में ऐक ऐसा बरगद का पेड़ बता रहे है जो करीब 500 साल का बताया जा रहा है।
वैज्ञानियों की टीम ने एक रिसर्च की और पाया की पूरी दुनिया में इससे पुराना बरगद का पेड अभी तक मौजूद नही है हम आपको इस बरगद के पेड के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है।
500 साल पुराना पेड
एक रिपोर्ट की माने तो भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण प्रयागराज ने इस पर रिसर्च की है और साथ ही दक्षिण अफ्रीका की एक प्रयोगशला के वैज्ञानिकों एक टीम ने मिलकर एक रिसर्च की है और इस रिसर्च में पाया गया है कि ये पेड़ दुनिया का विशाल पेड है और दुनिया का सबसे ज्यदा उम्र का पहला बरगद का पेड है।
बता दें ये बरगद का पेड़ ऊपरी घेरा 4.069 वर्ग मीटर है और माना जा रहा है कि ये पेड 450 से500 साल पुराना है और पेड़ बुलंदशहर में नरौना पावर प्लांट से आठ किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है बरगद के पेड़ को कल्पवृक्ष भी करते है
दुनिया के सबसे बडे पेड़ों में शामिल
बता दें ये दुनिया के सबसे बड़े पेडों में शामिल है और ये आंध्र प्रदेश में थिम्मम्मा मारीमानु है ये पेड़ 19.107 वर्गमर फैला हुआ है और गुजरात में कबीर वद बरगद का पेड़ आता है जो करीबव 17520 वर्गमीटर फैला है।