समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खरगोन जिले के बोरावां पहुंचे। यहां उन्होंने मप्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री स्वर्गीय सुभाष यादव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए उत्तर प्रदेश में हुए गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद के एनकाउंटर को फेक करार दिया।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी सरकार पर फेक एनकाउंटर को लेकर कई बार उंगली उठी है। आप याद कीजिए, जिस पर बड़े आरोप थे, पुलिस के साथ जिसका बड़ा झगड़ा हुआ, जिसमें पुलिसकर्मी की हत्या हुई। वह भी सरकार की नाकामी थी। इसके बाद उसे मध्यप्रदेश होकर जब उत्तरप्रदेश लेकर जाया जा रहा था, तब गाड़ी पलट गई थी। उस बात पर किसी ने भरोसा नहीं किया। अभी कानपुर में झोपड़ी बुलडोजर से गिराई, उसमें आग लगी, मां-बेटी जल गईं। अभी पुष्पेंद्र यादव की फेक एनकाउंटर में जान ले ली। कानपुर में पुलिस कस्टडी में एक की जान ले ली गई। बलिया में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक उभरते हुए युवा नेता की जान ले ली।
उन्होंने कहा कि बलिया में ही एक व्यापारी पर सूदखोरों ने इतना दबाव बनाया कि उसे जान देना पड़ी। आज सुनने में आ रहा है कि उत्तर प्रदेश में एक और फेक एनकाउंटर हुआ है। उत्तर प्रदेश में अपने फिल्मी डायलॉग को... मिट्टी में मिला देंगे... ये वह डायलॉग है, जिसे कानून और संविधान पर भरोसा नहीं है। कोर्ट पर भरोसा नहीं है। सबसे ज्यादा अंगुली फेक एनकाउंटर को लेकर यदि देश में उठी है तो वह उत्तरप्रदेश सरकार पर उठी है। ह्यूमन राइट से सबसे ज्यादा नोटिस उत्तर प्रदेश सरकार को दिए गए हैं।
इससे पहले अखिलेश यादव के खरगोन जिले के ग्राम बोरावां पहुंचने पर पूर्व केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री अरुण यादव और कसरावद विधायक सचिन यादव ने उनका स्वागत किया। बता दें कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और सुभाष यादव के गहरे पारिवारिक रिश्ते थे। इन्हीं रिश्तों को उनके बेटे अखिलेश यादव, अरुण यादव और सचिन यादव आगे बढ़ा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने जवाहरलाल नेहरू सहकारी शकर कारखाना परिसर सरवर देवला में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि टेड़े-मेढ़े रास्ते पर संघर्ष करते हुए सुभाष यादव मप्र के उप मुख्यमंत्री बने। वे यहां के लोगों के सुख-दुख में हमेशा शामिल रहे। उन्होंने राजनीति को समाजसेवा का माध्यम बनाया। उनके दोनों बेटे अरुण यादव और सचिन यादव भी यहां पर अपने लोगों की सेवा कर रहे हैं। क्षेत्र का विकास कर रहे हैं। गरीबों और किसानों की भलाई के लिए समर्पित होकर जनसेवा कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि यहां आकर मुझे महसूस हुआ कि मैं अपने लोगों के बीच अपने घर में आया हूं। यहां पर मुझे बड़ा स्नेह, प्यार और मान-सम्मान मिला है। उन्होंने कहा कि सुभाष यादव और मेरे पिता नेताजी मुलायम सिंह यादव के गहरे आत्मिक और पारिवारिक रिश्ते रहे हैं। अब मैं अरुण यादव और सचिन यादव के साथ मिलकर इन रिश्तों को और मजबूती प्रदान करने का यहां पर संकल्प लेता हूं। हम तीनों भी इन पारिवारिक रिश्तों को आगे बढ़ाएंगे। भोपाल और दिल्ली वाले इन रिश्तों का राजनीतिक मतलब कुछ भी निकालें हम तो एक हैं।
भाजपा को हटाना ही हमारा लक्ष्य
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसानों से कहा कि भाजपा को हटाना ही हमारा मुख्य लक्ष्य है। भाजपा के लोग कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। इनसे सावधान रहें। महंगाई चरम सीमा पर है। किसान, मजदूर परेशान हैं। भाजपा से हमारी एक बड़ी लड़ाई है और इसे हम जनता के हित में जीतेंगे। हमारे उप्र के मुख्यमंत्री किसानों को भुगतान करने की बात तो बताते हैं, लेकिन बकाया कितना है यह कभी नहीं बताते। अखिलेश यादव 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्म स्थान डॉ. अंबेडकर महू जाएंगे। यहां डॉ. अंबेडकर को वे श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।