पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में आसन्न पंचायत चुनाव से पहले राज्य सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। एक साथ 51 आईपीएस अधिकारियों का तबादला गुरुवार शाम कर दिया गया है। इसमें कोलकाता पुलिस आयुक्त समेत सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों और सभी पुलिस आयुक्तालयों के अधिकारियों का तबादला हुआ है। इसमें कोलकाता के लोकप्रिय संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध मुरलीधर शर्मा का भी तबादला कर दिया गया है। उन्हें कोलकाता का एडिशनल पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। मुरलीधर ऐसे पुलिस अधिकारी रहे हैं जो वर्दी और कलम दोनों में बैलेंस कर लोगों के दिलों पर राज करते रहे हैं। वह कमाल के शायर हैं और अपराध नियंत्रण में भी उनकी कोई सानी नहीं। उनके कोलकाता पुलिस के ज्वाइंट सीपी क्राइम रहते कोलकाता लगातार भारत के सबसे सुरक्षित शहरों में शामिल रहा। इसके अलावा कोरोना के समय ट्विटर पर कोई उन्हें टैग कर अपनी छोटी से छोटी समस्या बताता, खाना नहीं मिलने की भी तो चंद मिनटों में उसके पास मदद पहुंच जाती थी। इसकी वजह से उन्हें सुपरकॉप के नाम से जाना जाता है।
इसके अलावा ममता बनर्जी का बेहद खास अधिकारियों में शामिल रहे ज्ञानवंत सिंह को भी आर्म्ड पुलिस में एडीजी बनाकर भेजा गया है। आईपीएस शंख शुभ्र चक्रवर्ती को कोलकाता पुलिस का जॉइंट सिटी क्राइम बनाया गया है। ऐसे ही राजकीय रेल पुलिस, ट्रैफिक, सिलीगुड़ी, आसनसोल दुर्गापुर, बैरकपुर, चंदननगर और हावड़ा पुलिस आयुक्तालयों के अधिकारियों का भी तबादला हुआ है। 51 आईपीएस अधिकारी हैं जिनका प्रभार बदला गया है। इनमें मिराज खालिद, भोला पांडे जैसे अधिकारी भी शामिल है। अचानक प्रशासनिक हल्के में 51 अधिकारियों के तबादले से राज्य पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है।
दावा किया जा रहा है कि पंचायत चुनाव से पहले इस बड़े फेरबदल से चुनाव आयोग के हंटर पर लगाम लगाने की कोशिश की गई है। अमूमन राज्य में हर चुनाव के समय आयोग पुलिस अधिकारियों का तबादला करता रहा है।