कांग्रेस के अध्यक्ष खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य के रूप में अब 35 लोग होंगे। पहले यह संख्या 25 थी। इस समिति में अब 50 फीसदी का आरक्षण भी होगा। जिसमें एससी एसटी, ओबीसी, महिला और युवाओं का प्रतिनिधित्व होगा।
खड़गे ने कांग्रेस के 85वें महाअधिवेशन के तीसरे दिन रायपुर में रविवार को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस राजनीतिक स्तर पर अपनी लड़ाई भाजपा और आरएसएस के खिलाफ और तेज करेगी। क्योंकि यह विचारधारा देशहित में नहीं है। खड़गे ने कहा कि देश को मिक्स अर्थव्यवस्था की जरूरत है। पूंजी पर एकाधिकार खत्म करने का समय आ गया है। यह सरकार चंद व्यापारियों को ही बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा कि किसान मजदूरों के हितों को ध्यान में रखने की जरूरत है। देश की आर्थिक नीति में इन्हें प्राथमिकता मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के कृषि क्षेत्र को मजबूत करना है। किसानों के हित में अच्छी नीति और रणनीति की जरूरत है। वर्तमान में जारी कृषि निजीकरण ठीक नहीं है।
खड़गे ने अपने संबोधन में कहा कि युवाओं के उत्थान के लिए सोचने की जरूरत है। युवाओं को समुचित रोजगार और उत्तम शिक्षा व्यवस्था मिलनी चाहिए। देश में सामाजिक न्याय व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए जाति आधारित जनगणना जरूरी है। देश में किसी भी जाति,धर्म, संप्रदाय के साथ अन्याय नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारी विदेश नीति लचर होने के कारण पड़ोसी मुल्कों से संबंध ठीक नहीं है। चीन लगातार हमारी सीमा में अतिक्रमण कर रहा है। इन सभी गंभीर मुद्दों पर रायपुर अधिवेशन में कांग्रेस ने चिंतन किया है और समाधान निकाला है।
खड़गे ने कहा कि इस अधिवेशन में जो प्रस्ताव पास किए गए हैं उसे कांग्रेस शासित प्रदेशों में लागू किए जाएंगे। जो मुद्दे केन्द्र सरकार के अधीन हैं उसे वर्ष 2024 में केन्द्र की सत्ता में आने पर लागू किए जाएंगे।
खड़गे ने कहा कि 138 साल के कांग्रेस के इतिहास में अब तक 85 महाधिवेशन हुए और उन सबमें देश की दिशा को बदलने वाले फैसले हुए। जनता के सरोकारों से जुड़ी देश की जितनी महत्वपूर्ण योजनाएं हैं, उनमें कई ऐसी हैं जिनके मूल विचार हमारे अधिवेशनों से आए हैं। यह अधिवेशन भी देश की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित होगी।