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खान दुर्घटना में मृत तीन लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए का मुआवजा
रानीगंज
रानीगंज खान दुर्घटना में मृत तीन लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए का मुआवजा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घोषणा के बाद आसनसोल में माइंस बोर्ड आफ हेल्थ के सभागार में यह चेक प्रदान मंत्री मलाई घटक ने दी। अड्डा के अध्यक्ष तापस बनर्जी एवं डीएम उपस्थिति थे।
रानीगंज थाना के नारायण कुड़ी येगरा ग्राम पंचायत में अवैध खान दुर्घटना में सात लोग की मारे जाने की खबर पर आज भी आरोप पड़ता रोप क शुरू है। राजनीतिक सर गर्मी है। वहीं दूसरी ओर आज भी इस ग्राम में मातम का माहौल है। तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि पुलिस प्रशासन ने की है लेकिन इस दुर्घटना में चार और लोगों के मारे जाने की खबर है।चारो परिजनों की ओर से किसी भी प्रकार से मुंह खोलने को तैयार नहीं है। जबकि इन चारों के लापता होने की खबर पूरे गांव को है। बीते रात को जहां एक के बाद एक दो सब को पोस्टमार्टम के बाद गांव में लाया गया। उसका अंतिम संस्कार भी किया गया लेकिन बाकी चारों लोगों का खुलकर कोई भी अपने जवान से उनका नाम भी नहीं ले रहा था। हालांकि भाजपा के विधायक अग्निमित्र पाल ने खुले आम रानीगंज थाना के सामने उन चार लोगों को का नाम का घोषणा भी किया और उसे भी मुआवजा देने की मांग की है। सूत्रों के मुताबिक कोयला माफिया प्रथम प्रयास सभी सबको गायब करने की भरपूर कोशिश की लेकिन उसमें जब कामयाब नहीं हुए तो इन सभी परिवारों को मोटी रकम दे दी गई। पूर्व विधायक रुनु दत्त ने कहा कि ऐसे कई घटनाएं होती रही है और माफिया तंत्र कुछ नेता ऐसे काले धंधे में युक्त होते हैं। इसमें पुलिस की अहम भूमिका होती है। जिसकी वजह से यह स्थिति उत्पन्न होती है। रानीगंज के विधायक तपोस बनर्जी ने कहा कि केंद्र की सरकार कि गलत नीतियों की वजह से आज इस प्रकार की घटना घट रही है। 100 दिन के काम के एवरेज में
आनेको लोगों को कम का अवसर मिलता था ।बेरोजगार युवक काम करते थे। जिसे भी केंद्र की सरकार ने रोक दी है और ऐसे मौत के कुआं में जाकर काम करने के लिए मजबूर कर दिया है। दूसरी ओर पूर्व विधायक सीटू नेता गौरांग को चटर्जी ने कहा कि सीपीएम के समय में जो सब उद्योग लगाई गई थी वही उद्योग किसी तरह से चल रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले 10 वर्षों में एक भी उद्योग स्थापित नहीं की है। बेरोजगारी बढ़ी है और मजबूरी में लोग यहां अवैध कोयला खनन जैसे काम को करते हैं। अवैध कोयल खनन का कार्य कभी भी स्थाई नहीं हो सकता रोजगार का सृजन करना होगा।