शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ)
भारत ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) देशों के रक्षा मंत्रियों की अगले माह होने वाली बैठक के लिए चीन और पाकिस्तान को भी न्योता भेजा है। इसके बाद मई में संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक गोवा में होगी। अभी पाकिस्तान की ओर जवाब नहीं मिला है कि रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ या विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भारत में होने जा रही इन बैठकों में शामिल होंगे या नहीं।
भारत में अगले महीने अप्रैल में होने जा रही शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए सदस्य देशों को औपचारिक तौर पर आमंत्रित किया गया है। फिलहाल भारत इस संगठन का अध्यक्ष है और सदस्य देशों में चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। भारत ने रक्षा मंत्रियों की बैठक में अन्य देशों के साथ पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को भी आमंत्रित किया है।
एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक मई में गोवा में होनी है। इसमें भी चीन और पाकिस्तान को आमंत्रित किया गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस बैठक में शामिल होने के बारे में फैसला सही समय आने पर लिया जाएगा। अगर पाकिस्तान के विदेश मंत्री व्यक्तिगत तौर पर इस बैठक में हिस्सा लेते हैं, तो 2011 के बाद यह किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री का भारत का पहला दौरा होगा। 2011 में पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार भारत दौरे पर आई थीं।
भारत ने इससे पहले एससीओ के मुख्य न्यायाधीशों की बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उमर अता बांदियाल को भी आमंत्रित किया था लेकिन वे बैठक में शामिल नहीं हुए थे। उनकी जगह जस्टिस मुनीब अख्तर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एससीओ बैठक में हिस्सा लिया था।