शिक्षक अभ्यर्थियों को आगे बढ़ने से रोके जाने पर पुलिस और उनके बीच धक्का-मुक्कू
शिक्षक अभ्यर्थियों के एक समूह ने उच्च प्राथमिक के लिए शीघ्र भर्ती की मांग को लेकर स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) भवन के घेराव का आवाहन किया था। साल्ट लेक के सेक्टर पांच पहुंचने से पहले ही उन्हें रोक लिया गया। आरोप है कि शिक्षक अभ्यर्थियों को आगे बढ़ने से रोके जाने पर पुलिस और उनके बीच धक्का-मुक्कू शुरू हो गई। पुलिस शिक्षक अभ्यर्थियों को जबरन पुलिस वैन तक ले गई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि उन पर लाठीचार्ज भी किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि नौ साल से उच्च प्राथमिक में कोई भर्ती नहीं हुई है। उनका यह भी दावा है कि वे योग्य उम्मीदवार हैं। उन्होंने शिकायत की कि दो बार इंटरव्यू देने के बाद भी उन्हें नौकरी के लिए फोन नहीं आया। राज्य प्रशासन और एसएससी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भले ही फीफा ने 2008 से 2022 तक तीन विश्व कप आयोजित किए, लेकिन आयोग अब तक पारदर्शी नियुक्ति नहीं कर पाया है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 30 सितंबर को आयोग को उच्च प्राथमिक के एक मामले में नवंबर के दूसरे सप्ताह तक मेरिट सूची प्रकाशित करने का निर्देश दिया था। इंटरव्यू के लिए बुलाए गए शिक्षक अभ्यर्थियों ने इस संबंध में 27 दिसंबर को हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच का दरवाजा खटखटाया था। शिक्षक अभ्यर्थियों का आरोप है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी एसएससी कोर्ट में अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं कर रहा है।