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ईसीएल ने शुरू किया जमीन पर कब्जा की करवाई लोगों में हड़कंप
रानीगंज
एक और तालिका निकालने की तैयारी में ईसीएल,कई भू माफियाओं द्वारा रिकॉर्ड गायब करने का आरोप। पहले से ही भू शासन के आतंक में थे इसीएल की ओर से बीते कुछ दिनों से रानीगंज के जीरा डांगा,रानीसर, स्थित जमीनों को अपने नाम रिकॉर्ड करने से लोगों में हड़कंप मच गया है। वहीं जमीन बेचने वाले तथा इस इलाके में जमीन खरीदने वाले इस पेशोपेश में है कि आखिर वे क्या करें। भुक्त भोगियों और चेंबर ऑफ कॉमर्स के अधिकारियों के साथ एक बैठक की। जिसमें इस विषय को लेकर विशेष रूप से चर्चा किया। बैठक में विशेष रूप से जमीन जायदाद आदि की जानकारी रखने वाली अधिकारी विवेक भुवालका, ललित झुनझुनवाला ओम बाजोरिया बैठक के संयोजन में बैठक की गई।
निर्णय लिया गया कि बिना किसी अग्रिम सूचना के पूर्वी पंपी लिमिटेड पिस्टन कोलफील्ड लिमिटेड इस प्रकार की कार्रवाई शुरू की है इसके खिलाफ हम लोग उच्च न्यायालय जाएंगे। हालांकि चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों का कहना है की रानीगंज शहर की अजीब स्थिति है एक तरफ बर्न्स प्लॉट को लेकर पहले ही ईस्टर्न रेलवे ने नोटिस जारी कर रखी है। भूधासन प्रभावित इलाके के तौर पर रानीगंज के पश्चिम के इलाके, रानीगंज के चीन कोटी, कुमार बाजार, मारवाड़ी पट्टी, तिलक रोड, एवं पश्चिम का इलाका को पहले ही चिन्हित कर रखा है। राम बागान, एनएसबी रोड आदि अनेक ऐसे स्थल हैं जिस पर राज परिवार का जमीन अर्थात वेस्टेड लैंड का मामला अदालत के अधीन वर्षो से लबित है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले दो सभा में खुले आम रानीगंज को भू धशन प्रभावित इलाका होने का सार्वजनिक मंच से घोषित की है। स्थिति यह है कि अब रानीगंज के लोग जाए तो जाए कहां ।वही मिशन रानीगंज नमक फिल्म के रिलीज होने की खबर से एक तरफ जहां रानीगंज का सुनाम होने की बात कही जा रही है। लेकिन यह भी प्रश्न है कि इतनी बड़ी त्रासदी हादसा भूधासन की घटना फिर से उजागर होने वाली है। जो लोग इस भयावह भुधासन की घटनाओं को भूल गए थे और रानीगंज विकास के मार्ग पर चल चुका था। एक से बढ़कर एक प्रतिष्ठान मॉल इस शहर में स्थापित हुआ। आज एक दर्जन से अधिक वैसे समय में इससे भी यहां के लोग भयभीत हो जायेगे ।
जमीन मालिक प्रेम कुमार झा ,दीप्तेनजमी कर्मकार, भजन यादव व इसे मामले में जुड़े लोगों का कहना है कि जमीन का उन्होंने म्यूटेशन करावा. आसनसोल दुर्गापुर विकास प्राधिकरण (अड्डा) से अनापत्ति प्रमाणपत्र लिया। आसनसोल नगर निगम से घर बनाने के लिए प्लान पास करवाए। पूरे जीवन का संग्रह किया गया धन को घर बनाने में लगाया। सरकार के सभी नियमों का पालन किया आज भी टैक्स दे रहे हैं।
आज अचानक उन जमीन खरीदने वाले क्या करे ।
ईसीएल सूत्रों का कहना है कि जमीन के बदले मुआवजा एवं नौकरियां भी दी गई थी। विशेष कारण बस जमीन को रिकॉर्ड में नहीं लाया जा सका था। लेकिन जमीन सरकार ईसीएल की है। इस पर दखल नहीं चलेगा। इस जमीन पर भू माफियाओं ने भोले भाले लोगों को फंसा कर जीस प्रकार की साजिश की है उसके खिलाप करवाई होनी चाहिए ।लेकिन कानून है कि केंद्र सरकार की जमीन केंद्र सरकार की ही रहेगी। उसे पर आज सरकार कार्रवाई कर रही है। रानीगंज के विधायक एवं अड्डा के अध्यक्ष तपोष बनर्जी ने कहा की इस मामला में बाहर हाल कुछ भी कहने में जल्दबाजी होगी। पूरा मामला ही जांच का विषय है। रानीगंज ततृणमूल कांग्रेस पार्षद , टाउन अध्यक्ष रुपेश यादव ने कहा कि हम रानीगंज के वाशियो के साथ हैं। बिना सूचना दिए इस प्रकार की कार्रवाई अनुचित है।