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गोरखपुर में मिलेट्स थीम पर 24 को लगेगा 'ईट राइट' मेला, व्यंजनों के लगेंगे स्टाल

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गोरखपुर के दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में 24 मार्च को 'ईट राइट मेला'

खाद्य सुरक्षा विभाग 'सही भोजन-बेहतर जीवन' के ध्येय वाक्य के साथ गोरखपुर के दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में 24 मार्च को 'ईट राइट मेला' का आयोजन करने जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 में मिलेट्स (मोटे अनाज) या 'श्रीअन्न' को केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से दिए जा रहे प्रोत्साहन के मद्देनजर ईट राइट मेला का थीम भी मिलेट्स ही होगा। मेले में मिलेट्स से बने व्यंजनों के स्टाल लगाए जाएंगे। मिलेट्स के फायदे बताने वाले जागरुकता के कार्यक्रम, विद्यार्थियों के बीच विविध प्रतियोगिताओं के आयोजन भी होंगे।

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण की तरफ से पूरे देश में ईट राइट (सही खाओ) अभियान चलाया जा रहा है। इसके माध्यम से सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित, स्वास्थ और टिकाऊ भोजन सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। धारणा यह है कि यदि हम सही खाएंगे तो आहार संबंधी बीमारियों से बचे रहेंगे। ईट राइट के संदेश को व्यापकता देने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की तरफ से जिला स्तर पर मेला-प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। गोरखपुर में भी ऐसा आयोजन होने जा रहा है। इसमें मिलेट्स (ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, मडुआ, सावां आदि) को नियमित खाद्य के रूप में शामिल करने का संदेश समाहित होगा।

खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त कुमार गुंजन के मुताबिक ईट राइट मेला-प्रदर्शनी में मिलेट्स से बने व्यंजनों का स्टाल लगाया जाएगा। इसमें बाजरे की रोटी, ज्वार की खिचड़ी, कोदो की खीर जैसे पारम्परिक व्यंजन के साथ मिलेट्स के कुछ प्रायोगिक व्यंजन भी होंगे। इन अनाजों के पोषक तत्वों की जानकारी भी दी जाएगी। आयोजन के दौरान मिलेट्स और ईट राइट को लेकर विद्यार्थियों के बीच जागरुकता संबंधी प्रतियोगिताएं भी होंगी।

पोषकतत्वों से भरपूर है मिलेट्स
पारंपरिक खेती का हिस्सा रहे मिलेट्स या मोटे अनाज पोषण की खूबियों के चलते सुपर फूड हैं। इस साल केंद्रीय बजट में इसे श्रीअन्न नाम दिया गया है। अर्से से उपेक्षा के शिकार हो रहे मिलेट्स के दिन कुछ वर्षों से बहुरने लगे हैं। केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की मोदी सरकार मिलेट्स की मांग और आपूर्ति दोनों को प्रोत्साहित करने में जुटी है। देश में 2018 में ही मिलेट्स ईयर मनाया जा चुका है। प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर घोषित किया है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने भी मिलेट्स के प्रोत्साहन के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। जहां तक मिलेट्स के फायदे की बात है तो श्रीअन्न में शामिल ज्वार ग्लूटेन फ्री और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। डायबिटीज के मरीजों के लिए बढ़िया भोजन है। बाजरा में विटामिन बी6, फॉलिक एसिड मौजूद है। खून की कमी को दूर करता है। मडुआ नेचुरल कैल्शियम का स्रोत है। सांवा फाइबर और आयरन से भरपूर है। एसिडिटी, कब्जियत और खून का कमी दूर करता है। कोदो भी फाइबर से भरपूर है। घेंघा रोग, रुसी की समस्या से संबंधित बीमारी और बवासीर में फायदेमंद है।

AUTHOR :Parul Kumari

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