शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस समय मुंबई को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है जबकि मुंबई नगरी बहुत ही संघर्ष के बाद महाराष्ट्र को मिली। उद्धव ठाकरे बांद्रा-कुर्ला कांम्लेक्स में सोमवार को महाविकास आघाड़ी सरकार की ओर से आयोजित बज्रमूठ सभा को संबोधित कर रहे थे।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई को महाराष्ट्र में लाने के लिए उनके पूर्वजों ने अपना खून बहाया है लेकिन पहले कुछ लोग मुंबई को महाराष्ट्र से तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। जब उन्हें पता चला कि मुंबई महाराष्ट्र से तोड़ नहीं सकते तो उन लोगों ने मुंबई को कमजोर करना शुरू कर दिया। बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स की वेशकीमती जमीन बुलेट ट्रेन को दे दी गई। इस बुलेट ट्रेन में महाराष्ट्र से कितने लोग यात्रा करने वाले हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए पालघर में आदिवासी लोगों को मारा पीटा जा रहा है और उनकी जमीन ली जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह बारसू में भी रिफाइनरी के नाम पर गरीब किसानों की जमीन जबरन ली जा रही है। इस बारे में बोलने पर कहा जाता है कि हम विकास का विरोध कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोई भी विकास अगर किसानों, आदिवासियों के हित में नहीं तो वह विकास किस काम का है। ठाकरे ने कहा उनका विरोध विकास को लेकर नहीं बल्कि आदिवासियों और गरीब किसानों के हित को लेकर है। इस सभा को पार्टी के युवा नेता आदित्य ठाकरे, राकांपा नेता अजीत पवार, कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने भी संबोधित किया।