प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
25 जून 1975 ये दिन भला कौन भूल सकता है भारत के इतिहास में ये काला अध्याय था जब इसे इमरजेंसी का नाम दिया गया उस वक्त तत्कालीन राष्ट्रपित फखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर देश में आपातकाल लागू कर दिया।
क्यों लगाई थी इमरजेंसी
1975 में जून का वक्त था जब देश की प्रधानमं6 इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी की घोषणा की इसी दिन इलाहबाद हाइकोर्ट ने इंदिरा गांधी को लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए गलत तौर तरीके को अपनाने के लिए दोषी पाया और चुनाव को रद्द कर दिया इसके बाद इंदिरा गांधी सुप्रीम कोर्ट में अपील की ती और राहत देते हुए फिर से प्रधानमंत्री के पद पर बनी रहने की अनुमति दी और लोगों का मानना है कि इंदिरा ने सत्ता जाने के डर से देश में इमरजेंसी लगाई थी।
भारत में कब लगी इमरजेंसी
भारत में इमरजेंसी 25 जून 1975 को लगी थी और 21 मार्च 1977 यानी की 21 महीने तक लागू रही इस दौरान चुनाव स्थगित कर दिए थे लोगों को अधिकारों को समाप्त कर दिया गया राजनीतिक विरोधियों को जेल भेज दिया गया प्रेस पर भी बैन लगा दिया गया लोकनारायण जय प्रकाश नारायण ने इसे काला दिवस कहा था।
आरएसएस पर लगा बैन
इमरजैंसी के दौरान आरएसएस पर बैन लगा दिया गया यह आशंका भी जताई गई थी कि सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो सकता है और आरएसएस के हजारों कार्यकर्ताओं को जेल में बंद कर दिया गया घनश्माम तिवारी, अटल बिहारी वाजपेयी जैसे कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया।