गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा ने कहा कि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा, जब तक देश खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए घरेलू आपूर्ति को लेकर सहज महसूस नहीं करता।
एफसीआई चेयरमैन ने मंगलवार को यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक देश आपूर्ति को लेकर सहज महसूस नहीं करता, तब तक गेहूं पर निर्यात प्रतिबंध जारी रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि बेमौसम बारिश की वजह से गेहूं का उत्पादन प्रभावित नहीं हुआ है। बारिश के बावजूद इस साल गेहूं का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 11.2 करोड़ टन रहेगा।
उन्होंने कहा कि ताजा गेहूं की फसल की सरकारी खरीद शुरू हो गई है। मीणा ने बताया कि सोमवार को मध्यप्रदेश में करीब 10,727 टन गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की गई है। कृषि मंत्रालय के दूसरे अनुमान के मुताबिक केंद्र सरकार ने फसल वर्ष 2023-24 (जुलाई-जून) में रिकॉर्ड 11 करोड़ 21.8 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने मई, 2022 में बढ़ती घरेलू कीमतों को नियंत्रित करने के उपायों के तहत गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं का उत्पादक देश है।