भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार
सिंगापुर के चांगी नेवल बेस में आसियान देशों का पहला समुद्री अभ्यास शुरू हुआ। समारोह का उद्घाटन भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार और सिंगापुर नौसेना प्रमुख एडमिरल सीन वाट ने संयुक्त रूप से किया। भारत के युद्धपोत आईएनएस दिल्ली और आईएनएस सतपुड़ा समुद्री अभ्यास में भाग लेने के लिए सिंगापुर पहुंचे हैं। अभ्यास का हार्बर चरण 4 मई तक चांगी नौसेना बेस में और समुद्री चरण दक्षिण चीन सागर में 7-8 मई तक होगा।
आसियान भारत समुद्री अभ्यास में भाग लेने के लिए भारतीय नौसेना के जहाज सतपुड़ा और दिल्ली 01 मई को ईस्टर्न फ्लीट के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग रियर एडमिरल गुरचरण सिंह के साथ सिंगापुर पहुंचे। उद्घाटन संस्करण की सह मेजबानी रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी और इंडियन नेवी ने की। अभ्यास के दौरान भारतीय नौसेना और आसियान नौसेनाओं को एक साथ मिलकर काम करने और समुद्री क्षेत्र में निर्बाध संचालन करने का मौका मिलेगा।
आईएनएस दिल्ली भारत का पहला स्वदेश निर्मित निर्देशित मिसाइल विध्वंसक और आईएनएस सतपुड़ा स्वदेश निर्मित निर्देशित मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट है। दोनों जहाज विशाखापत्तनम स्थित भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का एक हिस्सा हैं और पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन-चीफ के संचालन में कार्य करते हैं। ये जहाज अत्याधुनिक हथियारों और सेंसर से लैस हैं। दोनों जहाज सिंगापुर में अपने पोर्ट कॉल के दौरान अंतरराष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी और अंतरराष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा सम्मेलन में भी भाग लेंगे।
एडमिरल आर हरि कुमार दोनों कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। नौसेना प्रमुख सिंगापुर के रक्षा मंत्री से भी मुलाकात करेंगे और रक्षा बल के प्रमुख, सिंगापुर सशस्त्र बल (एसएएफ), नौसेना प्रमुख, सिंगापुर गणराज्य नौसेना (आरएसएन), अन्य नौसेना प्रमुखों और प्रमुखों के साथ बातचीत करेंगे। इस अभ्यास का उद्देश्य समुद्री सहयोग को बढ़ावा देना, आसियान और भारतीय नौसेनाओं के बीच मित्रता और विश्वास को बढ़ाना है।
हार्बर चरण के दौरान नौसेनाओं के बीच क्रॉस डेक विज़िट, सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट एक्सचेंज और नियोजन बैठकें शामिल हैं। दक्षिण चीन सागर में 07 से 08 मई तक निर्धारित समुद्री चरण में नौसेनाओं को समुद्री क्षेत्र में संचालन के समन्वय और घनिष्ठ संबंध विकसित करने का मौका मिलेगा।