मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल
राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय (एनडीसी) नई दिल्ली के 17 अधिकारियों ने मंगलवार को गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से शिष्टाचार भेंट की। ब्रिगेडियर पूंदिर के नेतृत्व में ये सभी 17 मार्च तक गुजरात के दौरे पर आए हैं। इस समूह में ऑस्ट्रेलिया, थाइलैंड, ओमान, नाइजीरिया और मॉरीशस के अधिकारी भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि सर्वग्राही और सर्वसमावेशी विकास से देश के विकास का रोल मॉडल बनने वाले गुजरात की नींव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दूरदर्शी नेतृत्व है। उन्होंने इन प्रशिक्षु अधिकारियों से वार्तालाप में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशिष्ट विजन का सर्वाधिक लाभ गुजरात को मिला है।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में विकास का जो विजन दिया और गुजरात का सर्वांगीण विकास हुआ, उसी तरह अब प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरा देश विकास की तेज रफ्तार से आगे बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने विकसित देशों-राज्यों के मानदंडों के अनुसार गुजरात के सुदृढ़ वित्तीय प्रबंधन, अमृत काल में लोगों को दी जा रहीं आधारभूत सुविधाएं, शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली, जनजातीय विकास और आदिवासी युवाओं को मेडिकल शिक्षा सहित तमाम सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इन प्रशिक्षु अधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री के साथ गुजरात के विकास विजन के विभिन्न पहलुओं के संबंध में सवाल-जवाब के रूप में रोचक संवाद किया।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस संदर्भ में यह भी कहा कि गुजरात देश के सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) में करीब 8.36 फीसदी का योगदान देता है, जिसे बढ़ाकर 10 फीसदी तक पहुंचाने का रोडमैप राज्य सरकार ने तैयार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लोगों का विश्वास और विकास के प्रति प्रतिबद्धता बढ़ी है। जनसामान्य और अंतिम व्यक्ति को भी विकास की मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ है। उनकी सरकार गुजरात में भी उसी कार्यपद्धति से कार्यरत है। एनडीसी के प्रशिक्षु अधिकारियों ने सुदृढ़ तटीय सुरक्षा, एकता और सहयोग, विशिष्ट उद्यमिता के क्षेत्रों में गुजरात की प्रतिष्ठा की प्रशंसा की। प्रशिक्षु अधिकारियों ने बायसेग और गिफ्ट सिटी का दौरा किया और आगे वे अमूल डेयरी तथा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भी देखने जाएंगे।
राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय पिछले छह दशकों से एक शीर्ष संस्थान के रूप में कार्यरत है और इस संस्थान ने राष्ट्रीय सुरक्षा एवं नीति निर्माण के अध्ययन के लिए दुनिया भर में प्रतिष्ठा हासिल की है। इस महाविद्यालय में भारतीय सेना के तीनों अंगों के अधिकारी, प्रशासनिक सेवा के अधिकारी तथा 27 मित्र देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के रणनीतिक संवर्धन तथा ज्ञान साझेदारी के लिए प्रति वर्ष रिफ्रेशर अध्ययन पाठ्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस अध्ययन के दौरान प्रशिक्षु अधिकारी अलग-अलग समूहों में विभिन्न राज्यों का दौरा करते हैं। एनडीसी के प्रशिक्षु अधिकारियों की इस शिष्टाचार मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन और सचिव अवंतिका सिंह भी उपस्थित थीं।