रांची के पूर्व उपायुक्त आईएएस छवि रंजन
सेना कब्जे वाली भूमि और अन्य विवादित जमीनों की खरीद-बिक्री में भ्रष्टाचार करने के आरोपित रांची के पूर्व उपायुक्त आईएएस छवि रंजन को निलंबित कर दिया गया है। कार्मिक प्रशासनिक सुधार राजभाषा विभाग ने शनिवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी। छवि रंजन का निलंबन अवधि में मुख्यालय कार्मिक विभाग रांची कार्यालय होगा।
छवि रंजन के निलंबन पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भी सहमति मिल गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को इस संबंध में पत्र लिखा था और छवि रंजन के गिरफ्तारी के बाबत सूचना दी थी। इसके बाद ही राज्य सरकार के स्तर पर उनके निलंबन की कार्यवाही की गई। शनिवार की छुट्टी के बाद भी सचिवालय स्थित कार्य कार्यालय खोलकर आदेश जारी किया गया।
उल्लेखनीय है कि छवि रंजन गुरुवार को पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस पहुंचे थे। ईडी के अधिकारियों ने उनसे 10 घंटे तक पूछताछ की। संतोषजनक जवाब नहीं देने पर ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।छवि रंजन को शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस दौरान ईडी ने पूछताछ के लिए न्यायालय से छवि रंजन का दस दिन का रिमांड मांगा। न्यायालय ने छह दिन के रिमांड की इजाजत दे दी। इससे पहले शुक्रवार को छवि रंजन को गिरफ्तार करने के बाद रांची सिविल कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। कोर्ट ने आईएएस रंजन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
हाल के दिनों में ईडी के कार्यवाही के बाद पूजा सिंघल को भी निलंबित किया गया था उसके बाद छवि रंजन दूसरे ऐसे आईएएस हैं, जिन्हें निलंबित कर दिया गया है। अब भारत सरकार को भी छवि रंजन के निलंबन की सूचना दी जा रही है।
2011 बैच के इस आईएएस अधिकारी पर रांची के उपायुक्त के पद पर रहते हुए कई गंभीर आरोप लगे हैं।बरियातू रोड स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की फर्जी दस्तावेज के आधार पर खरीद-बिक्री मामले में संलिप्त होने का आरोप है। इसके अलावा रांची के हेहल बजरा मौजा की एक विवादित जमीन की अवैध ढंग से रजिस्ट्री करवाने और चारदीवारी बनवाने का भी आरोप है।