भारतीय नौसेना के गोवा और कोच्चि में स्थित विमान यार्ड (एनएवाई) का आधुनिकीकरण
भारतीय नौसेना के गोवा और कोच्चि में स्थित विमान यार्ड (एनएवाई) का आधुनिकीकरण किया जाना है। इसके लिए रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को विशाखापत्तनम की कंपनी अल्ट्रा डायमेंशन्स प्राइवेट लिमिटेड (यूडीपीएल) के साथ लगभग 470 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इन दोनों यार्ड में नौसेना के विमानों, एयरो इंजन, रोटेबल्स और परीक्षण उपकरणों की मरम्मत कार्य किया जाता है।
भारतीय नौसेना के बेड़े में नवीनतम अत्याधुनिक विमानों को शामिल करने के लिए नौसेना के विमान यार्डों में मौजूदा रखरखाव और मरम्मत सुविधाओं के आधुनिकीकरण की आवश्यकता है ताकि विमानन मेंटेनंस की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों को पूरा करने में तकनीकी और क्षमतागत खाई को पाटा जा सके। इस आधुनिकीकरण में अत्याधुनिक ऑटोमेटेड मशीनरी और कॉम्पोज़िट रिपेयर की सुविधाएं शामिल हैं। यह परियोजना तीन वर्षों की अवधि में 1.8 लाख से ज्यादा मानव-दिवसों का रोजगार सृजित करेगी।
यह आधुनिकीकरण नौसेना विमानन प्लेटफार्मों की ऑपरेशनल रेडीनेस को बढ़ाएगा और मरम्मत से जुड़े कार्यों के लिए बाहरी एजेंसियों और विदेशी मूल के उपकरण निर्माताओं (ओईएम) पर निर्भरता कम करेगा। यह प्रोजेक्ट ''आत्मनिर्भर भारत'' का गौरवशाली ध्वजवाहक होगा। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय ने 24 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना के निगरानी सलाहकार के रूप में मेकॉन लिमिटेड, रांची के साथ अनुबंध किया है।