केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि आपूर्ति से जुड़ी मौसमी समस्याओं से महंगाई बढ़ी है। केंद्र सरकार जरूरी सामान की कीमतों में नरमी लाने के प्रयासों के साथ उसपर लगातार नजर रख रही है। लोगों को हम डिजिटल स्किलिंग, डिजिटल ट्रेनिंग दे रहे हैं। केंद्र सरकार में जितने भी खाली पद हैं, उन सब पर भर्ती करने के लिए प्रत्येक राज्य में कुल मिलाकर 10 लाख लोगों को रोजगार दिया जा रहा है।
सीतारमण ने बुधवार को कर्नाटक के कलबुर्गी में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही। वित्त मंत्री ने ईंधन और प्राकृतिक गैस के दाम में कमी लाने के प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश में इनका आयात किया जाता है। कोरोना तथा रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक बाजारों में ईंधन के दाम ऊंचे हैं। मंत्रियों के समूह का जरूरी सामान और उनकी कीमतों पर नजर है। परिस्थिति के अनुसार अतिरिक्त स्टॉक जारी किया गया।
वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार कीमतों को नीचे लाने के लिए लगातार कदम उठा रही है। इसकी वजह से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महंगाई दर छह फीसदी से घटकर 5.8 फीसदी पर आई है। कर्नाटक सहित देश के विभिन्न राज्यों मे स्थित आकांक्षी जिलों में चल रही विकास एवं सामाजिक कल्याण की विभिन्न परियोजनाओं का जायजा स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रगति बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लेते हैं।
उन्होंने कहा कि विकास समावेशी हो इसीलिए हम सबका साथ सबका विकास के विचार के साथ आकांक्षी जिले में विभिन्न योजनाओं में परिपूर्णता प्राप्त करने के लिए कार्य कर रहे हैं। इसीलिए बजट में हमने उत्तर कर्नाटक में अपर भद्रा के लिए बड़ी राशि आवंटित की है। देशभर में कोई भी क्षेत्र पिछड़ा न रह जाए, इसीलिए अब पिछड़े जिलों की निगरानी करने के बाद आकांक्षी ब्लॉक योजना के तहत ब्लॉक लेवल पर भी विभिन्न योजनाओ की निगरानी की जा रही है।