भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी व पार्षद चैताली तिवारी
तीन माह पूर्व आसनसोल के रामकृष्ण डंगाल में कंबल वितरण के दाैरान हुई भगदड़ में तीन की मौत होने के बाद एक पीड़ित द्वारा दर्ज कराए गए मामले में पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी व पार्षद चैताली तिवारी का नाम भी आया था। इस मामले में कई भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि सभी की जमानत हो गई है। लेकिन जितेंद्र तिवारी व चैताली तिवारी की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट द्वारा रोक लगा दी गई थी। गुरुवार को कोलकाता से खबर आई है कि दोनों की जमानत हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है।
इससे संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी हो सकती है। इस मामले में जमकर राजनीतिक ड्रामा भी हुआ था। भाजपा ने तृणमूल पर इस मामले में हादसे पर राजनीतिक का प्रत्यारोपण किया था। जबकि तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने इसपर बचाव करते हुए कहा था कि दोषियों पर कार्रवाई निश्चित रूप से होगी। कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों की गिरफ्तारी के संबंध में भी जमकर राजनीति हुई थी। हालांकि दोनों की जमानत खारिज होने के बाद अब क्या राजनीतिक गुल खिलेगा यह देखने वाली बात होगी। जमानत खारिज होने के बाद दोनों में से किसी भी नेता ने मीडिया में कोई बयान नहीं दिया है।