कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अडाणी समूह में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का बढ़ता निवेश खतरनाक है। एलआईसी की ओर से यह निवेश ऐसे समय में किया जा रहा है जब अडाणी समूह के शेयर में काफी गिरावट आई है। इससे पता चलता है कि एलआईसी मोदी सरकार के दबाव में ऐसा कर रही है। इस मामले की जांच संयुक्त संसदीय दल (जेपीसी) से कराना और जरूरी होता जा रहा है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि जून 2021 के अंत में एलआईसी की अडाणी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों में से एक कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज में 1.32 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। 18 महीनों के भीतर दिसंबर 2022 के अंत तक अडाणी एंटरप्राइजेज में एलआईसी की हिस्सेदारी बढ़कर 4.23 प्रतिशत तक पहुंच गई थी।
रमेश ने कहा कि 24 जनवरी 2023 को अडाणी ग्रुप को लेकर गंभीर सवाल उठने शुरू हो गए थे। इसके बाद ग्रुप को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। अब यह पता चला है कि मार्च 2023 के अंत तक अडाणी एंटरप्राइजेज में एलआईसी की हिस्सेदारी और भी बढ़कर 4.26 प्रतिशत हो गई थी। यह वृद्धि ऐसे समय में हुई, जब अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर का बाजार मूल्य लगभग 60 प्रतिशत गिर गया था। एलआईसी ने जनवरी-मार्च 2023 की तिमाही के दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज में 3.75 लाख के शेयर खरीदे।