लुधियाना
पंजाब के लुधियाना में रविवार को गैस लीक होने से 11 लोगों की मौत के मामले में एनडीआरएफ ने दावा किया है कि यह मौतें हाइड्रोजन सल्फाइड से हुई हैं। हवा में इस गैस का लेवल 200 पार था। यह गैस सीवरेज से निकल रही थी। चार व्यक्ति अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
इस घटना को लेकर सोमवार को पंजाब पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम, फायर ब्रिगेड तथा एनडीआरएफ की टीमों ने अपने-अपने स्तर पर जांच शुरू की है। ग्यासपुरा इलाके में सीवर के गटरों से सैंपल भी लिए गए। प्रारंभिक जांच के आधार पर एनडीआरएफ अधिकारियों ने दावा किया है कि सीवरेज से निकली गैस ही मौत का कारण बनी है। उन्होंने बताया कि निगम की मदद से सीवरेज लाइन में कास्टिक सोडा डालने के बाद गैस के असर को कम किया गया। अब स्थिति कंट्रोल में है।
अधिकारियों ने कहा कि गैस बनने के कारणों की जांच की जा रही है। गैस रिसाव का खुलासा सीवरेज से लिए गए सैंपलों से हुआ। फोरेंसिक टीम ने सीवरेज के सैंपल लेकर खरड़ केमिकल लैब में भेजे हैं। हाइड्रोजन सल्फाइड गैस इतनी खतरनाक है कि एक बार सांस लेने पर फेफड़ों में सोख ली जाती है। इससे कार्डियक अरेस्ट या मृत्यु भी हो सकती है। यह गैस न्यूरोलॉजिकल और कार्डियक टिश्यू को प्रभावित करती है। इससे आंखों में जलन होती है। साथ में काफी दिनों तक जीभ पर स्वाद भी नहीं आता है।
डॉक्टरों ने बताया कि मरने वालों के फेफड़े ठीक हैं। इस गैस से उनके ब्रेन पर इफेक्ट हुआ। इसी वजह से उनकी मौत हुई। मेडिकल बोर्ड ने शवों का पोस्टमार्टम किया और उनके ब्लड सैंपल भी लिए गए हैं।