पश्चिम बंगाल आसनसोल के रानीगंज और बिरभूम जिले के मुरारई इलाके मे NIA की बड़ी कारवाई
पश्चिम बंगाल आसनसोल के रानीगंज और बिरभूम जिले के मुरारई इलाके मे NIA की टीम ने एक बड़ी कारवाई को अंजाम दिया है। NIA की टीम ने अवैध रूप से विस्फोटक सफलाई करने के दो अलग -अलग मामलों मे कारवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दो आरोपियों की पहचान की अगर हम बात करें तो उसमे से एक आसनसोल रानीगंज के रहने वाले मेराजुद्दीन अली खान, पिता स्वर्गीय मुस्तफा खान है। जो पश्चिम बंगाल आसनसोल के रानीगंज के आलावा उनका एक झारखंड बोकारो जिले के आजाद नगर शिवानडीह मे भी एक आवास है, बताया जा रहा है की मेराजूदिन अली खान बिरभूम जिले के रहने वाले रिंटू शेख से 81 हजार अवैध इलेक्ट्रीक डेटोनेटर खरीद कर एक सफ़ेद रंग के टाटा सूमो वाहन से आसीस केवड़ा नामक अपने एक ड्राइबर से बिरभूम जिले के नल्हाटी से मंगवा रहा था। तभी गुप्त सुचना के आधार पर STF ने कारवाई करते हुए आसीस केवड़ा को माल के साथ रंगे हाँथ धर दबोचा, जिसके बाद अवैध रूप से विस्फोटक की होने वाली खरीद बिक्री मामले मे आसीस केवड़ा ने STF के सामने कई खुलासे भी किए, उस दौरान केंद्रीय एजेंसियों ने भी आशीष केवड़ा से मामले मे पूछताछ की और अपने स्तर से मामले की जाँच मे जुट गई, वहीं दूसरे आरोपी की अगर हम बात करें तो वह बिरभूम जिले के मुरारई का रहने वाला मीर मोहमद नुरुजमान पिता जुमबला हुसैन के रूप मे पहचान हुई है, जिसको 27 हजार किलो अमोनियम नाइक्ट्रेट को अवैध रूप से तस्करी करने के मामले मे NIA ने धर दबोचा है, बताया जा रहा है की मीर मोहमद नुरुजमान भी रिंटू शेख से अवैध विस्फोटक खरीदकर पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों व इलाकों मे सफलाई करने का काम कर्ता था, हम बताते चलें की NIA की टीम ने 31 जनवरी 2023 को ही रिंटू शेख को अवैध रूप से विस्फोटक सफलाई मामले मे गिरफ्तार कर लिया है, रिंटू की गिरफ़्तारी के बाद ही पश्चिम बंगाल मे अवैध रूप से हो रही विस्फोटक की तस्करी मामले मे केंद्रीय एजेंसी तबातोड़ कारवाई कर रही है, और एक के बाद एक अवैध विस्फोटक के धंधे से जुड़े आरोपियों को दबोच रही है, NIA सूत्रों की अगर माने तो बहोत जल्द अवैध विस्फोटक के धंधे से जुड़े कई लोगों के नाम सामने आने वाली है, जिनपर बहोत जल्द ही कारवाई भी होगी और वह सलाखों के पीछे होंगे