नागालैंड में वोटिंग
विधानसभा चुनाव में अपना वोट डालने के बाद मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने दावा किया है कि नगालैंड में रिकॉर्ड वोट हासिल कर भाजपा-एनडीपीपी गठबंधन की फिर सरकार बनेगी।
नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के प्रमुख और मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने सोमवार सुबह नार्थ अंगामी-2 निर्वाचन क्षेत्र के केन्द्र पर आम मतदाता की तरह वोट डाला। वोट करने के बाद वे केन्द्र के बाहर पत्रकाराें से वार्ता कर रहे थे। मुख्यमंत्री रियो ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन के उम्मीदवार इस बार के विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने 2018 के चुनाव से पहले भाजपा के साथ जो गठबंधन किया था, वह अब भी बरकरार है। इस हिसाब से भाजपा 20 सीटों पर और उनकी पार्टी एनडीपीपी 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
रियो ने कहा कि उन्होंने 14 फरवरी को डिमापुर में भाजपा के अखिल भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, 20 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ संयुक्त चुनावी सभा की। सभी सभाओं में भारी भीड़ शामिल थी। उन्होंने कहा कि दशकों पुरानी नगा राजनीतिक समस्या के अंतिम समाधान के लिए माहौल अनुकूल है, उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का अंत होगा। रियो ने दावा किया है कि अगर राज्य विधानसभा में एनडीपीपी-भाजपा को बहुमत मिलता है तो वह एक बार फिर सरकार का नेतृत्व करेंगे।
उल्लेखनीय है कि नेफ्यू रियो चार बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। वे राज्य में अब तक सबसे लंबे समय तक सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता हैं। रियो 1989 से नॉर्थ अंगामी-2 सीट पर अजेय रहे हैं। हालांकि वर्ष 2014 में उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और एक सांसद के रूप में चुने गए और राष्ट्रीय राजनीति में चले गए। बाद में प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर उन्होंने वर्ष 2018 में राज्य की राजनीति में वापसी की और इस सीट से विधायक के रूप में निर्विरोध चुने जाने के बाद फिर से मुख्यमंत्री का पद भार संभाला था।
राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में 59 सीटों पर मतदान हुआ है। गठबंधन में भाजपा ने 20 सीटों पर और सहयोगी एनडीपीपी ने 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। इस बार नगालैंड विधानसभा चुनाव में कुल 12 राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दल चुनाव लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप), राइजिंग पीपुल्स पार्टी, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया संक्षिप्त नाम आरपीआई (ए) और लोजपा (रामबिलास) ने पहली बार उम्मीदवार उतारे हैं।