चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को कंबाइड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में हुई विभिन्न चर्चाओं के बारे में जानकारी दी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित तीन दिवसीय कंबाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के समापन सत्र में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सशस्त्र बलों की सुरक्षा स्थिति और ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा की।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सशस्त्र सेनाओं को आवश्यक हथियारों तथा प्रौद्योगिकी से लैस करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं और उन्हें नए तथा उभरते खतरों से निपटने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को कंबाइड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में हुई विभिन्न चर्चाओं के बारे में जानकारी दी। देश के संयुक्त शीर्ष स्तरीय सैन्य नेतृत्व वाली इस कॉन्फ्रेंस की थीम रेडी, रिसरजेंट, रिलेवेंट थी। कॉन्फ्रेंस के अंतिम दिन डिजिटलाइजेशन, साइबर सिक्योरिटी, सोशल मीडिया की चुनौतियों, आत्मनिर्भरता और अग्निवीर जैसे विषयों पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों को राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका और मित्र देशों को आपदा राहत और सहायता पहुंचाने के लिए बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी को कॉन्फ्रेंस में स्वदेशी सैन्य नवाचारों के बारे में जानकारी दी गई। रक्षा अधिकारियों ने उन्हें वर्चुअल रियलिटी आधारित 84 मिमी रॉकेट लॉन्चर फायरिंग सिम्युलेटर के बारे में भी बताया। इसका उपयोग रियलस्टिक एनवायरनमेंट में रॉकेट लॉन्चर फायरर की ट्रेनिंग देने में इस्तेमाल किया जा सकता है। सैन्य प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री मोदी के साथ ही एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और वायुसेना प्रमुख एसीएम वीआर चौधरी भी प्रदर्शनी में मौजूद थे।
रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया कि इस बार इस कॉन्फ्रेंस का दायरा बढ़ाया गया। इसमें तीनों सेनाओं के हर कमांड से सैनिकों की भागीदारी के साथ ही बहुस्तरीय और इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए गए। इसमें ट्राई सर्विस अंडमान एंड निकोबार कमांड भी शामिल रही।