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रक्षा मंत्री ने मालदीव को तेज गश्ती जहाज और लैंडिंग क्राफ्ट आक्रमण जहाज सौंपा

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राजनाथ सिंह व मालदीव के रक्षा मंत्री मारिया दीदी

मालदीव की तीन दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बलों (एमएनडीएफ) को एक फास्ट पेट्रोल वेसल और लैंडिंग क्राफ्ट आक्रमण जहाज सौंपा। राजनाथ सिंह ने कहा कि मालदीव को भारत की ओर से दो जहाज सौंपना हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के प्रति साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति से मुलाकात करके रक्षा संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।

राजनाथ सिंह ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की उपस्थिति में रक्षा मंत्री मारिया दीदी को 360 टन अपतटीय गश्ती पोत सीजीएस हुरवी और लैंडिंग क्राफ्ट के लिए एक आक्रमण जहाज सौंपा। मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद भी भारत सरकार की ओर से दोनों जहाज़ों के हैंडओवर समारोह में शामिल हुए। ये 'मेड इन इंडिया' पोत मालदीव तट रक्षक की अपतटीय और तटीय निगरानी की क्षमता को बढ़ाएंगे। साथ ही मानव और मादक पदार्थों की तस्करी, आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद के मुद्दों से निपटने में मदद करेंगे।

इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने दो 'मेड इन इंडिया' प्लेटफार्म सौंपे जाने को हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में शांति और सुरक्षा के प्रति भारत और मालदीव की साझा प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा कि भारत ने मजबूत रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के माध्यम से मित्र देशों को समर्थन देने के लिए अपनी विनिर्माण क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि की है। रक्षा मंत्री ने कहा कि हम न केवल अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए, बल्कि निर्यात के लिए भी विश्व स्तरीय उपकरणों का उत्पादन करते हैं। मालदीव को समर्थन देने की भारत की प्रतिबद्धता समय के साथ और मजबूत होती जाएगी।

रक्षा मंत्री ने मौजूदा समुद्री चुनौतियों का समाधान करने के लिए आईओआर में राष्ट्रों के बीच सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि की प्राथमिक जिम्मेदारी उन लोगों की है, जो इस क्षेत्र में रहते हैं। जलवायु परिवर्तन पर रक्षा मंत्री ने कहा कि इसका समुद्री पर्यावरण पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है, जिससे आने वाले समय में और चुनौतियां पैदा हो सकती हैं। उन्होंने पड़ोसी देशों के साथ काम करने की इच्छा जताते हुए कहा कि भारत पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) पहुंचा रहा है।

इससे पहले दिन में राजनाथ सिंह ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से मुलाकात की। वार्ता में मौजूदा परियोजनाओं और रक्षा संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई। राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में मालदीव को भारत की सहायता राष्ट्र के लिए नई दिल्ली के विशेष सम्मान का एक वसीयतनामा है। उन्होंने इस संबंध को मजबूत करने की दिशा में मालदीव की प्रतिबद्धता से भी अवगत कराया। रक्षा मंत्री ने मालदीव में भारत द्वारा शुरू की गई विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं की प्रगति के बारे में बात की और निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया।
 

AUTHOR :Parul Kumari

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