लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सामूहिक प्रयासों से थैलेसीमिया मुक्त भारत का संकल्प पूरा होगा। जन प्रतिनिधियों को संसद से लेकर पंचायत तक हर स्तर पर सामूहिक प्रयासों से जन आंदोलन कर थैलेसीमिया की रोकथाम के प्रयास करने चाहिए।
बिरला ने मंगलवार को सर गंगाराम अस्पताल में विश्व थैलेसीमिया दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आम जनमानस के बीच थैलेसीमिया की रोकथाम के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। रक्तदान का ज़िक्र करते हुए बिरला ने कहा कि शिक्षा और सामूहिक प्रयासों से लोगों ने रक्तदान का महत्त्व समझा, जिससे आम जनमानस को लाभ मिल सका। उन्होंने आगे कहा कि इसी प्रकार सामूहिक इच्छा शक्ति और जन आंदोलन की सहायता से थैलेसीमिया की चुनौती से भी निपटा जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस (आईटीडी) 2023 के विषय 'बी अवेयर, शेयर, केयर: स्ट्रेन्थनिंग एजुकेशन टू ब्रिज दि थैलेसीमिया केयर गैप’ का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि यह विषय भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी देता है और पीड़ित लोगों और उनकी देख-रेख करने वाले चिकित्सकों के लिए थैलेसीमिया के बारे में अद्यतन जानकारी सुलभ कराने पर बल देता है।
रिसर्च और इनोवेशन का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि वैज्ञानिक शोध से गंभीर बीमारियों के इलाज के विषय में रोज नई जानकारियां मिलती हैं। उन्होंने आगे कहा कि डिजीज स्क्रीनिंग से समय रहते बीमारियों का पता चलता है और सही समय पर इलाज आरंभ किया जा सकता है। बिरला ने स्क्रीनिंग पर ज़ोर देते हुए कहा कि जन प्रतिनिधियों, अस्पतालों और आम लोगों को समय-समय पर विभिन्न स्थानों पर स्क्रीनिंग शिविर स्थापित कर थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी के रोकथाम और इलाज के प्रयास करने चाहिए।