You will be redirected to an external website

निशीथ पर हमले को लेकर शुभेंदु ने लिखा अमित शाह को पत्र, राज्यपाल ने कहा : कार्रवाई नहीं तो खामो

निशिथ प्रमाणिक, सुवेंदु अधिकारी, अमित शाह

पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिला अंतर्गत दिनहटा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक पर शनिवार को हुए हमले को लेकर भाजपा खामोश रहने के मूड में नहीं है। हमले के एक दिन बाद रविवार को नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कानून व्यवस्था की बदहाली का हवाला देकर राज्य में धारा 356 लागू कर प्रशासन को केंद्रीय नियंत्रण में लेने की मांग की है। अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी सचिवालय में रहें। उन्हें 2026 में हराया जाएगा लेकिन प्रशासन को केंद्रीय नियंत्रण में लिया जाना जरूरी है। राज्य में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पर हमला हो रहा है, वहां आम लोगों का क्या हाल होता होगा?

उन्होंने देर शाम कहा कि एक विधायक को फर्जी मामले में फंसा कर गिरफ्तार किया गया है। मैं नौशाद सिद्दीकी के विचारों से सहमत नहीं हूं लेकिन वह सम्मानित विधायक हैं और डेढ़ महीने से बिना किसी कारण के उन्हें जेल में ठूसकर रखा गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में वह कलकत्ता हाईकोर्ट का ध्यानाकर्षण करेंगे। उधर दूसरी ओर राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस ने इस मामले पर राज्य सरकार को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री पर हमले की घटनाएं चिंताजनक हैं। इसमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो राजभवन खामोश नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हिंसा को कतई स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। अराजकता की स्थिति स्वीकार्य नहीं है।

पहली बार राज्य सरकार पर तीखा चोट करते हुए नवनियुक्त राज्यपाल डॉक्टर बोस ने कहा है कि राज्य सरकार ने इस मामले में क्या कुछ कार्रवाई की है, उसकी पूरी रिपोर्ट राजभवन को दें। हमले में जो लोग भी शामिल हैं उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करनी होगी।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को दिनहटा में हिंसा पीड़ित भाजपा कार्यकर्ता से मिलने जा रहे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक की गाड़ी पर पथराव, बमबारी और गोलीबारी हुई थी। उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली है बावजूद इसके उनके काफिले पर चारों तरफ से घेर कर हमले किए गए। आरोप है कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही। शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रमाणिक ने कहा है कि उन्हें जान से मारने की साजिश रची गई थी जिसमें प्रशासन भी शामिल है।

AUTHOR :Parul Kumari

अमृतसर-में-पुलिस-से-भिड़े-हजारों-खालिस्तान-समर्थक,-अपने-साथी-के-विरोध-में-उठाये-बंदूक-व-तलवार Read Previous

अमृतसर में पुलिस से भिड़...

नेपाल-में-प्रचंड-को-30-दिन-के-भीतर-संसद-से-विश्वास-मत-हासिल-करना-होगा Read Next

नेपाल में प्रचंड को 30 दिन ...