छह रेलवे जोन का विद्युतीकरण कर दिया गया
उत्तर रेलवे के मुरादाबाद रेल मंडल वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक कोचिंग सुधीर सिंह ने बताया कि भारतीय रेल ने उत्तर प्रदेश में संपूर्ण ब्रॉड गेज नेटवर्क के विद्युतीकरण के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की हैं।
सीनियर डीसीएम सुधीर सिंह ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए भारतीय रेल की सराहना की। साथ ही छह जोनल रेलवे (ईसीओआर, एनसीआर, एनईआर, ईआर, एसईआर, डब्ल्यूसीआर) पूर्ण रूप से विद्युतीकृत हुए।
इसके अलावा, अत्यधिक उपयोग में आने वाला नेटवर्क (एचयूएन-5), झांसी-मुजफ्फरपुर-कटनी पूर्ण रूप से विद्युतीकृत हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि को हासिल करने के लिए भारतीय रेल की सराहना की है। इस उपलब्धि के साथ, भारतीय रेल ने छह जोनल रेलवे अर्थात् पूर्वी तटीय रेलवे (ईस्ट कोस्ट रेलवे), उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर पूर्व रेलवे, पूर्व रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे में बीजी मार्गों के विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया है। इसके अलावा, अत्यधिक उपयोग में आने वाला नेटवर्क (एचयूएन-5), झांसी-मुजफ्फरपुर-कटनी अब पूर्ण रूप से विद्युतीकृत हो गया है। इससे भटनी-वाराणसी-नैनी (इलाहाबाद)-मानिकपुर-सतना-कटनी और छपरा-वाराणसी सहित झांसी-लखनऊ-बाराबंकी-बुढ़वाल, गोंडा-आनंदनगर-गोरखपुर-वाल्मीकिनगर-सुगौली, मुजफ्फरपुर-बछवाड़ा और नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा-समस्तीपुर, सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर-हाजीपुर के बीच कनेक्टिविटी में बेहतर होगी।
सीनियर डीसीएम सुधीर सिंह ने बताया कि कुल रूट किलोमीटर (आरकेएम) के 85 प्रतिशत हिस्से के विद्युतीकरण के साथ, भारतीय रेल मिशन 100 प्रतिशत विद्युतीकरण को पूरा करने की दिशा में तेजी से प्रगति कर रहा है और यह दुनिया में सबसे बड़ा हरित रेलवे नेटवर्क बन गया है। मुरादाबाद रेल मण्डल ने 1409.14 रूट किलोमीटर में 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हासिल कर लिया है। वर्तमान में मुरादाबाद रेल मण्डल 182 में से 155 ट्रेनों को इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चलाता है। वर्ष 2021-22 में मुरादाबाद रेल मण्डल ने पिछले वर्ष की तुलना में एसईसी (विशिष्ट ऊर्जा खपत) में 22 प्रतिशत की बचत भी दिखाई है।