मुंडेश्वरी मंदिर
भारत आस्था का केंद्र है और भारत में ऐसे कई प्रसिद्ध मंदिर है जिनका रहस्य बेहद अद्भुत है नवरात्र के मौके पर हम आपको मुंडेश्वरी मंदिर के बारे में बताएं जहां काफी अद्भुत है पशु की बलि सात्विक परंपरा से दी जाती है. यहां बली में बकरा चढ़ाया जाता है लेकिन उसका जीवन नहीं लिया जाता है।
कहा जाता है कि यह देवी का चमत्कारी मंदिर है यहां सिर्फ हिंदू नहीं बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी बलि देने आते हैं आंखों के सामने चमत्कार होते देखते हैं श्रद्धालु की मान्यता है कि मां मुंडेश्वरी सच्चे मन से मांगी हर मनोकामना को पूर्ण करती है।
क्या है मन्दिर का चमत्कार
कहा जाता है कि जब बकरे को माता के सामने लाया जाता है तो पुजारी मूर्ति को स्पर्श कराकर चावल और फूल बकरे पर फेकता है बताया जाता है कि अक्षत की मार से बकरा उसे संचित हो जाता है हालांकि देर के बाद फिर से पुजारी के द्वारा अक्षत फेंका जाता है और अक्षत से बकरा खड़ा हो जाता है।
कहा जाता है किचंड-मुंड नामक दो राक्षसों का वध माता ने किया था कहां चाहता है कि मान्यता है कि मां तारा चंड का वध कर दिया तो मुंड उसी पहाड़ में छुप गया और मुंड के साथ युद्ध करते हुए वध किया गया इसी धाम को मुंडेश्वरी देवी के नाम से जाना जाता है।