वासुकी नाग का प्राचीन मंदिर
वैसे तो भारत में आस्था के कई केंद्र है और कहीं ऐसी जगह भी है जिनकी मान्यता और रहस्य काफी हैरान करते हैं आज हम उत्तराखंड की देवभूमि की एक ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं जो रहस्यों से भरा है यह मंदिर उत्तरकाशी जिले में मौजूद है और वासुकी नाग का प्राचीन मंदिर है इस मंदिर को लेकर कई मान्यताएं और रहस्य कहा जाता है कि मंदिर करीब ढाई सौ साल से भी पुराना है और मंदिर के पास बने कुंड का रहस्य चौंकाने वाला है।
ऐसी मान्यता है कि कुंड में दूध की धारा डालने पर देव रूप में नाग आते हैं स्थानीय लोगों की मानें तो अक्सर नाग पंचमी पर यहां ऐसा देखा गया है क्योंकि यहां गाय का पहला दूध नाग देवता को ही चढ़ाया जाता है। वासुकी नाग मंदिर उत्तरकाशी जिले की गौरशाली गांव में मोजूद है यह नाग देवता की पूजा की जाती है कहा जाता है कि इस गांव में नाग देवता वासुकी के रूप में विराजमान है इस प्राचीन मंदिर के पास रहस्य से भरा कौन है स्कोल्ड में नाग पंचमी पर लोग दूध की धारा डालते हैं और कहा जाता है कि नाक से दूध पीने आते हैं।
नाग पंचमी पर खास पूजा
नाग पंचमी के मौके पर वासुकी नाग मंदिर में खास पूजा-अर्चना होती है इस दिन मंदिर में खीर बनाई जाती है और खीर को प्रसाद के तौर पर ग्रहण किया जाता है।