चुंदरू खावा
भारत आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है और भारत में आने को धार्मिक स्थल मौजूद है हर स्थान का अपना एक रहस्य है आज हम आपको देश के ऐसे रहस्य से भरे मंदिर के बारे में बताएंगे अगर आप सनातन धर्म में विश्वास रखते हैं देवी-देवताओं में विश्वास रखते हैं तो आज की कहानी काफी रहस्य से भरी है हम आपको झारखंड के हजारीबाग और चतरा जिले के बॉर्डर पर मौजूद चुंदरू खावा के बारे में बताने वाले है।
ये जगह आस्था का केंद्र है और एक खास पूजा स्थल है यहां पर विशालकाय पत्थरों से बनी आकृति हाथी और बाघ के पदचिन्ह पत्थरों के बीच निर्मल जल का प्रवाह होता है इन पत्थरों पर प्राकृतिक रूप से कुआ बने हैं जिनमें बरसों से पानी भरा है इनमे सबसे खास बात यह है कि कुछ कुआ ऐसे भी है जिनकी गहराई का पता आज तक नहीं चल पाया है।
बताया जाता है कि इस स्थान को चूंदरू बाबा के नाम से जाना जाता है इस जगह के आसपास रहने वाले लोग कहते हैं कि यहां चुंदरु बाबा यहां के लोगों के कुलदेवता है इन चट्टानों के बीच आपको गुफा नुमा गड्ढे में लेंगे जिसकी गहराई का आकलन आज तक नहीं किया जा सका है स्थानीय लोगों की मानें तो एक बार इस गड्ढे की गहराई के आकलन के प्रयास किए गए तो 7 खटिया की डोर भी कम पड़ गई ऐसे में आज तक इसकी कोई पता नहीं लग पाया है।