सचिन तेंदुलकर
आप सभी क्रिकेट के फैन होंगे लेकिन क्या कभी आपने सोचा की आखिर जर्सी का नंबर कैसे मिलता है एक खिलाड़ी के लिए उसके सिर पर टीम इंडिया की टोपी और जर्सी पर लिखा नाम और नंबर काफी खास होता है लेकिन जर्सी पर लिखा नंबर उस खिलाड़ी की पहचान बन जाती है हम आपको बताने वाले है कि आखिर खिलाड़ी को जर्सी पर नंबर कैसै निर्धारित होता है।
ICC और BCCI की भूमिका
क्रिकेटरों की जर्सी या टी शर्ट नंबर देने में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की भूमिका नहीं है भारत समेत सभी देशों के क्रिकेटर अपनी जर्सी या टी शर्ट खुद चुनते है।
टी शर्ट खुद ही चुनते है
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और देश के संबंधित बोर्ड की ओर से इस संबंध में कोई दिशा निर्देश नहीं है बस खिलाड़ी ये ध्यान रखता है कि प्लेइंग इलेवन में उसका नंबर दूसरे खिलाड़ी के नंबर से सेम नहीं हो।
अगर बात करें तो भरतीय टीम में विराट कोहली की जर्सी का नंबर 18 और धोनी की जर्सी क नंबर 7 और रोहित की जर्सी का नंबर 45 है खिलाडी अपनी मर्जी से ये नंबर चुनते है।
सचिन तेंदुलकर
बता दें सचिन तेंदुलकर की जर्सी का नंबर 10 था जिसे उन्होंने खुद चुना था ये उनके लिए काफी भाग्यशाली था तेंदुलकर ने जब सन्साय लिया तो बीसीसीआई ने कहा कि वे 10 नंबर को रिटायर करना चाहते है लेकिन फिर इस नंबर को शार्दुल ठाकुर को दे दिया गया।
रोहित शर्मा
वहीं बात अगर रोहित शर्मा की करें तो ये नंबर बेहद ही खास है रोहित शर्मा 45 नंबर की जर्सी पहनते है ये नंबर उनकी मां ने चुना था पहले रोहित का नंबर 9 था टीम का ये नंबर पार्थिव पटेल को दे दिया गया और रोहति ने मां के सुझाव पर 45 नंबर चुना।
वीरेंद्र सहवाग
अपने करियर की शुरूआत के साथ ही सहवाग जर्सी नंबर 44 के साथ खेलते थे लेकिन इस नंबर ने उनका साथ नही दिया उन्होंने 45 नंबर की जर्सी पहनना शुरु किया और उनके लिए भाग्यशाली साबित नहीं हुआ उन्होंने बिना किसी नंबर की जर्सी के साथ खेलना शुरु किया।