हिंदी सिनेमा को पहुंचा गहरा दुःख, रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर का निधन
हिंदी सिनेमा और टीवी इंडस्ट्री को एक बड़ा झटका लगा है। 90 के दशक में घर में देखी जाने वाली 'रामायण' के निर्माता डायरेक्टर रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर का 84 वर्ष में निधन हो गया। प्रेम ने अपने पिता की धरोहर को आगे बढ़ाने का काम किया। आज भी टीवी जगत में उनके द्वारा बनाई गई 'रामायण' काफी पसंद किया जाता है।
बता दे, प्रेम सागर ने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) पुणे से फोटग्राफी और सिनेमैटोग्राफी की ट्रेनिंग ली थी। इसके बाद उन्होंने अपने पिता द्वारा स्थापित प्रोडक्शन हाउस, सागर आर्ट्स, के तहत कई परियोजनाओं के दृश्यों की बारीकियों पर काम किया। ऐसे में उन्हें प्रोडक्शन के साथ-साथ सिनेमैटोग्राफी का भी अच्छा ज्ञान हो गया था।
रामानंद सागर के पॉपुलर टीवी शो 'रामायण' के निर्माण में उनके योगदान को सबसे ज्यादा याद किया जाता था। पिता के गुजर जाने के बाद उन्होंने प्रोडक्शन हाउस को आगे बढ़ाया।
उन्होंने अलिफ लैला, काकभुषुंडी, कामधेनु गौमाता, जय गंगा मैया, अलिफ लैला, विष्णु पुराण, हनुमान, जय महालक्ष्मी जैसे धारावाहिकों में सिर्फ पर्दे के पीछे रहकर कैमरा ही नहीं संभाला, बल्कि प्रोडक्शन में भी अहम भूमिका निभाई। यहीं नहीं उन्होंने साल 1968 में आई फिल्म 'आंखे' में इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट में थे और 'चरस' में बतौर सिनेमैटोग्राफर शामिल थे।