युद्धविराम के बाद यूक्रेन में सेना उतारने को तैयार हुए 26 राष्ट्र
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले करीब चार साल से जारी जंग को अब दुनियाभर के देश खत्म होता देखना चाहते है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद से दुनिया को लगा अब युद्धविराम लग जायेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लेकिन दोनों देशों के बीच बातचीत के रास्ते जरूर खुले। इसके बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को ट्रंप ने फोन कर अमेरिका बुलाया और उनसे पुतिन की शर्तों पर बात की। उन्होंने कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार है।
अब गुरुवार को पेरिस में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बताया कि युद्धविराम के बाद यूक्रेन अपने सैनिक तैनात करने के लिए 26 देश तैयार हैं। इस सम्मेलन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस भी किया गया।
मैक्रों ने जानकारी देते हुए कहा, "आज हमारे पास 26 देश हैं, जिन्होंने औपचारिक रूप से प्रतिबद्धता जताई है कि यूक्रेन में ‘रिएश्योरेंस फोर्स' के रूप में सैनिकों को जमीन पर, समुद्र में या हवा में मौजूद रहने के लिए तैनात किया जाएगा। कुछ अन्य देशों ने अभी तक अपना फैसला नहीं दिया है।"
वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की ने युद्धविराम के बाद यूक्रेन में सेना भेजने पर सहमति जताते हुए यूरोपीय संघ का शुक्रिया किया और इस कदम को पहला "ठोस कदम" बताया। अब देखना होगा कि पुतिन यूरोपीय संघ के इस कदम पर क्या फैसला लेते है।