तालिबान सरकार को याद आये हिन्दू और सिख भाई.... कहा - आपके लिए व्यापार के सभी रास्ते खुले
अफगानिस्तान के उद्योग और वाणिज्य मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अज़ीजी भारत दौरे पर आए हुए हैं। पिछले दो महीनों में यह तालिबान के मंत्रियों का दूसरा भारत दौरा है। अफगानिस्तान-भारत के साथ आर्थिक रिश्तों को मजबूत करना है। अज़ीजी ने भारतीय कंपनियों को उनके देश में निवेश के लिए आमंत्रित किया है।
मंत्री अजीजी ने द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अपने देश में अनुकूल माहौल बनाने का वादा किया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध पहले से ज्यादा मजबूत हो सकें। उन्होंने इस दौरान उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) द्वारा आयोजित एक संवाद सत्र को संबोधित किया। इस दौरान अजीजी ने अफगानिस्तान के सिख और हिन्दू समुदाय के लोगों को ज्यादा सहभागी के लिए प्रोत्साहित किया।
अज़ीजी ने कहा माइनिंग, एग्रीकल्चर, हेल्थ एंड मेडिसिन, आईटी, एनर्जी और वस्त्र उद्योग का ऐसे सेक्टर्स के रूप में उल्लेख किया जहां बिजनेस पार्टनरशिप के लिए बड़े मौके मौजूद हैं। अजीजी ने कहा कि अफगानिस्तान कई सेक्टर में नए प्रोत्साहन दे रहा है। इनमें कच्चे माल और मशीनरी पर एक प्रतिशत शुल्क, मुफ्त भूमि आवंटन, भरोसेमंद बिजली सप्लाई और नए बिजनेस के लिए प्रस्तावित 5 साल की टैक्स छूट शामिल है। यही नहीं उन्होंने अफगान में सभी भागीदारों के लिए समावेशी, शांतिपूर्ण और व्यापार के लिए अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने की अपने देश की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
गौरतलब है कि वर्तमान में भारत-अफगानिस्तान द्विपक्षीय व्यापार का मूल्य करीब 1 अरब अमेरिकी डॉलर है, जिसे दोनों देश और आगे बढ़ाने चाहते है। हाल ही में भारत दौरे पर आये तालिबान प्रशासन के विदेश मंत्री अमीर ख़ान मुत्तक़ी ने भी कई दोनों देशो के बीच हवाई मालवाहक सेवाएं शुरू करने पर जोर दिया।