लाल सागर में केबल कटने से इंटरनेट में परेशानी, भारत समेत कई देशों पर पड़ा असर
लाल सागर के नीचे बिछी इंटरनेट केबलों में खराबी के चलते भारत समेत एशिया के कई देशों में इंटरनेट की गति प्रभावित हुई है। इंटरनेट एक्सेस पर नजर रखने वाली कंपनी नेटब्लॉक्स ने कहा कि लाल सागर में केबल के कटने या कुछ खराबी के चलते कई देशों में इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रभावित हुई है, जिसमें भारत और पाकिस्तान भी शामिल हैं। लेकिन केबल्स कटने का स्पष्ट कारण अभी तक सामने नहीं आया है।
बताया जा रहा है अक्सर ऐसे व्यवधान जहाजों के लंगर, प्राकृतिक घटनाओं या कभी-कभी जानबूझकर की गई तोड़फोड़ के कारण होते हैं। लाल सागर क्षेत्र फाइबर-ऑप्टिक केबलों का अहम केंद्र है, जहां से वैश्विक इंटरनेट ट्रैफिक का बड़ा हिस्सा गुजरता है। इस वजह से यहां होने वाली किसी भी खराबी का असर सबसे ज्यादा एशिया के देशों पर पड़ने लगा है।
आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि एज्यूर क्लाउड सर्विसेज में काफी रुकावटें आ रही हैं। इसके साथ ही उसने यूजर्स को आगाह किया है कि मीडिल ईस्ट से गुजरने वाले रास्तों पर यूजर्स को ज्यादा लंबे समय तक इसके बेहतर होने का इंतजार करना पड़ेगा।
हउती पर आरोप
यह घटना तब हुई है जब लाल सागर पर लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। यहां पर यमन के हूती विद्रोहियों ने गाजा में इजरायल के युद्ध के विरोध में कई कार्गो शिप्स को निशाना बनाया है। साल 2024 की शुरुआत में यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त निर्वासित सरकार ने आरोप लगाया कि हाउतियों ने लाल सागर में पानी के नीचे बिछाई गई केबलों को काटने की साजिश रची थी, लेकिन हाउतियों ने इन आरोपों से साफ इन्कार कर दिया था।