Gaza Crisis : भूखमरी से बच्चे और गर्भवती महिलाएं कुपोषित
गाजा से आ रही तस्वीरों ने दुनियाभर को झकझोर कर रख दिया। दिन-ब-दिन गाजा में भूखमरी से हालत ख़राब होते जा रहे है। वहां भुखमरी अब जानलेवा चरण में पहुंच गई है। यहां तक डॉक्टर बच्चों को बचाने के लिए जरूरी दवाइयां और पौष्टिक खाना नहीं दे पा रहे हैं। एक एजेन्सी ने ऐलान किया है कि गाजा में 'लाइव अकाल' चल रहा है।
इस्राइल से कई देश युद्ध को खत्म करने की मांग कर रहे है, लेकिन वह तस-से-मस नहीं हो रहा। शनिवार को भोजन की तलाश में निकले नागरिकों में इस्राइली गोलीबारी और हवाई हमलों में कम से कम 18 लोगों के मरे की खबरें आ रही है। इस्राइली ने गोलीबारी उस समय कि जब लोग गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन के वितरण केंद्र के पास खाद्य सहायता पाने के लिए जुटे थे।
मानवीय त्रासदी
गाजा से आ रही तस्वीरें किसी मानवीय त्रासदी से कम नहीं। भूख से रोते-बिलखते बच्चे और दम तोड़ती जिंदगियां इंसाफ की भीख मांग रही हैं।
बच्चे कुपोषण का शिकार
डॉक्टर्स ने चेताया है कि गाजा में 25 फीसदी बच्चे और गर्भवती महिलाएं कुपोषित हैं। भूख की कमी की वजह से बच्चों को कूड़े के ढेर में खाना तलाशने पर मजबूर होना पड़ रहा है। अब बच्चों के शरीर की हड्डियां साफ नजर आने लग गई है, जो दुनिया को झकझोर कर रही है।
हवाई मदद ही सहारा
गाजा में खाने-पीने की चीजें और राहत सामग्री पहुंचाने के लिए कई देश हवाई ड्रॉप का सहारा ले रहे हैं। लेकिन संयुक्त राष्ट्र और कई एजेंसियों का कहना है कि यह तरीका न तो पर्याप्त है और न ही कारगर। वहीं एजेंसियों ने कहा, राहत सामग्री जमीनी स्तर पर पहुंचाने से मदद मिलेगी।