हुआ बड़ा खुलासा.... भारत के ब्रह्मोस मिसाइल हमले से डर गया था अमेरिका
भारत के द्वारा आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की गूंज पाकिस्तान में नहीं बल्कि अमेरिका में भी सुनाई दी थी। हाल ही में एक ऐसा खुलासा हुआ जिसके बारे में जानकार दुनिया का हर देश हैरान रह गया। एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि भारत की ब्रह्मोस मिसाइल से अमेरिका भी डर गया था।
ब्रह्नोस से डरा अमेरिका
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया कि भारत की पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई ने अमेरिका की टेंशन बढ़ा दी थी। तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यह डर सताने लगा था कि मामला कहीं परमाणु युद्ध तक नहीं पहुँच जाये।
डब्ल्यूएसजे की रिपोर्ट में खुसाला गया कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ठिकानो को निशाना बनाया। भारत ने लक्ष्यों पर हमला करने के लिए ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलें दागी हैं। पाकिस्तान एक भी ब्रह्नोस को इंटरसेप्ट नहीं कर पाया था और उसके 11 एयरबेस को बहुत नुकसान पहुंचा था। ऐसे में अमेरिका को डर था कि अगर पाकिस्तान के साथ संघर्ष बढ़ता है, तो भारत ब्रह्मोस को परमाणु हथियारों से लैस कर सकता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया अमेरिकी अधिकारियों को मानना था कि, ब्रह्मोस मिसाइल, जिसे भारत और रूस ने संयुक्त रूप डेवलप किया हुआ है, वो परमाणु वारहेड ले जाने में पूरी तरह सक्षम है। हालांकि भारत ने बार-बार यह स्पष्ट किया कि ब्रह्मोस सिर्फ पारंपरिक (non-nuclear) मिसाइल है।
WSJ की रिपोर्ट पर भारत का जवाब
वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास ने WSJ की रिपोर्ट पर जवाब देते हुए कहा कि भारत 'पहले इस्तेमाल नहीं' (No First Use) की परमाणु नीति पर कायम है। ब्रह्मोस जैसी मिसाइलों को केवल पारंपरिक युद्ध में इस्तेमाल किया जाता है, न कि परमाणु हथियारों के रूप में। भारत ने स्पष्ट किया है कि ब्रह्मोस सिर्फ पारंपरिक हथियारों से हमला करने वाली मिसाइल है, न्यूक्लियर नहीं।