गाजा पीस समिट 2025 के लिए PM मोदी को न्योता, ट्रंप ने पाक को भी बुलावा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजरायल और हमास के बीच गाजा शांति समझौते को अंतिम रूप देने जा रहे है। इसी कड़ी में सोमवार से मिस्र में गाजा शांति शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। भारत समेत 20 से ज्यादा देश इस समझौते का साक्षी बनेंगे।
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सम्मेलन में 20 देश शामिल होने जा रहे है। इसमें अमेरिका, मिस्र, कतर, फ्रांस, तुर्की, यूके, स्पेन, इटली, यूरोपीय संघ, अरब लीग, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, कुवैत, बहरीन, इंडोनेशिया, अज़रबैजान, जर्मनी, ग्रीस, आर्मीनिया, हनगरी, भारत, पाकिस्तान, कनाडा, नॉर्वे, इराक से भी प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
खबरों के अनुसार, ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति इसकी सह-अध्यक्षता कर रहे हैं। इस दौरान हमास और इजराइल के बीच कैदियों की अदला-बदली भी शुरू होगी, जिससे तनाव कम होने की उम्मीद है। इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य इज़राइल और हमास के बीच हाल ही में हुए युद्धविराम को मज़बूत करना और मिडिल ईस्ट में दीर्घकालिक शांति एवं स्थिरता के लिए एक स्थाई रूपरेखा तैयार किया जाएगा। हालांकि, इस सम्मेलन में इजरायल ही शामिल नहीं हो रहा है।
PM मोदी को न्योता
इस समिट में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया था। PM मोदी के प्रतिनिधि के तौर पर कीर्ति वर्धन सिंह शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। रविवार को मिस्र के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस ऐतिहासिक सम्मेलन में गाजा पट्टी में युद्ध समाप्त करने वाला दस्तावेज पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।