क्यूबा और जमैका में बढ़ा सबसे ताकतवर तूफान मेलिसा का खतरा, 6 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया
अमेरिकी मौसम वैज्ञानिकों ने हरिकेन मेलिसा 2025 (Hurricane Melissa 2025) चक्रवात को लेकर चेतावनी दी है कि यह तूफान विनाशकारी और जानलेवा साबित हो सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा कि पश्चिमी देशों में चक्रवात मेलिसा का खतरा बढ़ रहा है, जिससे कैरेबियाई देशों में बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है। वहीं लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी है।
वैज्ञानिकों ने अलर्ट करते हुए कहा कि मेलिसा की रफ्तार 175 मील प्रति घंटा यानी लगभग 282 किमी/घंटा तक पहुंच गई है। यह बहुत धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, जिससे भारी बारिश, तेज़ हवाओं और ऊंची लहरों से बड़ी तबाही हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, यह तूफान मंगलवार शाम (भारतीय समय के मुताबिक) जमैका के तट से टकरा सकता है। क्यूबा में 6 लाख और जमैका में 28,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।
क्लाइमेट सेंट्रल के वैज्ञानिक डैनियल गिलफोर्ड के अनुसार, "वायुमंडल का गर्म होना कभी-कभी तूफानों को कमजोर करता है, लेकिन समुद्र का गर्म होना उन्हें और ताकत देता है और आमतौर पर समुद्र ही जीतता है।" मेलिसा की रफ्तार के चलते लगातार भारी बारिश होने की आशंका है। इससे भारी बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। जमैका सरकार ने राजधानी किंग्सटन सहित कई इलाकों में निकासी आदेश जारी किए हैं।
भारत में चक्रवात मोंथा का खतरा बढ़ा
भारत के आंध्र प्रदेश में भी चक्रवात मोंथा (Severe Cyclone Montha) का खतरा दिनों-दिन तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने जानकारी देते बताया कि, बंगाल की खाड़ी में बन रहा यह तूफान लगातार ताकतवर हो रहा है और 28 अक्टूबर की सुबह तक यह गंभीर चक्रवाती तूफान बन सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि यह तूफान काकीनाडा के पास, मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तट से टकरा सकता है। वहीं इस दौरान हवाओं की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकते हैं।