एक-एक पानी की बूंद के लिए तरस रहा ये मुस्लिम देश, राष्ट्रपति बोले- खाली कराना पड़ सकता है शहर
जब पानी का संकट आता है तो अकाल जैसी स्थिति बन जाती है। ऐसा ही कुछ ईरान की राजधानी तेहरान के साथ हो रहा है। एक करोड़ से ज्यादा आबादी वाला यह शहर एक-एक पानी की बूंद के लिए तरस रहा है। राजधानी तेहरान और अन्य क्षेत्रों में बारिश रिकॉर्ड स्तर से कम हुई है, जिससे जलाशय लगभग सूख चुके हैं। ऐसे में लोगों को पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं ईरान सरकार का कहना है कि अगर बारिश नहीं हुई तो पानी का राशनिंग शुरू हो जाएगा। अगर दिसंबर तक सूखा बना रहा, तो तेहरान को खाली कराना पड़ सकता है। क्योंकि तेहरान अब तक के सबसे बुरे सूखे के दौर से गुजर रहा है। सरकार के इस बयान के बाद जनता में एक डर का माहौल बना हुआ है।
मौसम विभाग ने अगले 10 दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं जताई है। राजधानी तेहरान में स्थिति दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है और नागरिकों को पानी जुटाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। ईरानी रैपर वफा अहमदपूर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें किचन के नल से पानी नहीं आ रहा था। उन्होंने कहा, "चार-पांच घंटे हो गए हैं। मैंने शौचालय जाने के लिए बोतलबंद पानी खरीदा है।"
सरकार ने उठाए जरुरी कदम
ईरान सरकार पड़ोसी देशों से पानी मांग रहा है। इनमें अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान शामिल है। वहीं तेहरान में रात के समय नल बंद करने के आदेश दिए है और जनता को पहले से कम पानी दिया जा रहा है।