Nepal Gen Z Protest: नेपाल की जेल से 15000 से अधिक कैदी फरार, सुशीला कार्की ने वापस लिया नाम
नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन के खिलाफ Gen-Z का प्रदर्शन दिनों दिन हिंसक होता रहा है। ऐसे में अब इसका असर नेपाल की जेलों पर भी देखने को मिल रहा है। खबरें है कि जेलों से करीब 15000 से अधिक कैदी फरार हो गए। इसका कारण कैदियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हिंसक झड़प बताई जा रही है।
सुशीला कार्की ने वापस लिया नाम
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के पद इस्तीफा देने के बाद नेपाल की सत्ता सेना के साथ में है। लेकिन बुधवार को हजारों Gen-Z प्रदर्शनकारियों और उनके नेताओं की ऑनलाइन मंचों पर चर्चा हुई। इस चर्चा में नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को सबसे ज्यादा समर्थन मिला। खबरें थी कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री का पद संभालकर देश में चल रहे प्रदर्शन को बंद करेगी। लेकिन अब खबरें है कि उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है।
अब प्रधानमंत्री की रेस में एक नया नाम कुलमन घिसिंग का सामने आया है। जो बिजली बोर्ड के सीईओ रह चुके हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान देश में बिजली की समस्याओं को हल करने में उन्होंने बेहतरीन योगदान दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कार्की शुरुआत से ही अंतरिम प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहती थीं। ऐसे में उन्हें मनाने के लिए सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल ने बुधवार की देर रात उनके घर पहुंचे। लंबी बातचीत के बात उन्होंने युवाओं और सेना के औपचारिक अनुरोध पर हामी भरी थी। लेकिन बाद में राजनीतिक मतभेद और सार्वजनिक आलोचनाओं के चलते उन्होंने नाम वापस ले लिया।