पाक-अफगान बातचीत विफल... क्या फिर होगी दोनों के बीच जंग ?
कतर और तुर्की की मध्यस्थता में अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर कराई जा रही बैठक बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई है। दोनों पक्षों के बीच सीजफायर पर बात नहीं बन पाई। अफगान मीडिया आउलटेट टोलो न्यूज ने बताया कि इस्लामाबाद की कुछ मांगों का अफगान प्रतिनिधिमंडल ने कड़ा विरोध जताया, जिसके बाद पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल वार्ता छोड़कर बहार चला गया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चाहता था कि अफगानिस्तान यह भरोसा दे कि उसकी जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ आतंकी हमलों के लिए नहीं होगा। हालांकि, अब तक दोनों देशों की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है।
टोलो न्यूज ने अफगान सूत्रों के हवाले से बताया कि तालिबान प्रतिनिधिमंडल ने पाक से अफगानिस्तान पर हवाई हमले बंद करने और अमेरिकी ड्रोन उड़ानों को रोकने को कहा था, जिसे पाकिस्तान स्वीकार करने से इनकार कर दिया। सूत्रों का कहना है कि इस्लामाबाद ने अफगान तालिबान से टीटीपी को आतंकवादी समूह घोषित करने और उसके खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
वहीं पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार का बुधवार को बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस्तांबुल में अफगान के साथ वार्ता नाकाम हो गई है। पाकिस्तान काफी समय से देश को निशाना बनाने वाले आतंकवादियों के खिलाफ काबुल से सहयोग मांग रहा था। लेकिन पाकिस्तान के बार-बार प्रयास के बाद भी उन्होंने सहयोग नहीं दिया। तालिबान पर आरोप लगते हुए आगे उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान में हमला करने वाले टीटीपी और बीएलए जैसे चरमपंथी समूहों को समर्थन दे रहा है।