कटोरा लेकर एक बार फिर IMF के पास पहुंचा पाकिस्तान, कहा - बाढ़ से अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई
न्यूयॉर्क । पाकिस्तान एक बार फिर IMF के पास पैसे मांगने पहुंच गया। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र के दौरान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात की है। मुलाकात के दौरान उन्होंने मुल्क के आर्थिक हालात का रोना रोते हुए आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से दया की अपील की है।
शरीफ ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ जो भी प्रतिबद्धताएं हैं उन्हें लगातार पूरा कर रहा है, लेकिन आईएमएफ से आग्रह है कि वह अपनी आगामी समीक्षा में हाल ही में आई बाढ़ से हुए नुकसान का भी ख्याल करे। उन्होंने कहा कि बाढ़ ने उसकी अर्थव्यवस्था को गहरी चोट पहुंचाई है।
बता दे, आईएमएफ की ओर से दिए गए 7 बिलियन के बेलआउट पैकेज की 25 सितंबर को समीक्षा की जानी है। ये फंड मई में अप्रूव किया गया था। इस समीक्षा में 2025 की मार्च-जून तिमाही के लिए पाकिस्तान के प्रदर्शन का आकलन किया जाएगा।
अगस्त महीने में इसे लेकर दूसरी समीक्षा हुई थी लेकिन पाकिस्तान 3 लक्ष्य भी हासिल करने में नाकाम रहा था। वित्त मंत्रालय ने अपनी वित्तीय रिपोर्ट में बताया था कि कोई भी प्रांतीय सरकार 1.2 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये की बचत का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई थी। वहीं पाकिस्तान का कुल राजकोषीय घाटा जीडीपी का 5.4% (6.2 ट्रिलियन रुपये) रहा था, जो आईएमएफ के 5.9% के लक्ष्य से नीचे था।