India-China Relation: भारत-चीन एक साथ चलेंगे हाथी और ड्रैगन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में भाग लेने चीन के तियानजिन में पहुंचे। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस दौरान पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। जिसमें सिमा विवाद, आतंकवाद और अमेरिकी टैरिफ जैसे मुद्दे शामिल थे।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि प्रधानमंत्री का सोमवार का कार्यक्रम कई अहम बैठकों से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों ने मुलाकात को भारत-चीन संबंधों को नई दिशा व गति प्रदान करने वाला बताया।
विक्रम मिसरी ने कहा, “कल प्रधानमंत्री समिट के प्लेनरी सेशन को संबोधित करेंगे, जहां वह SCO के तहत क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत का नज़रिया साझा करेंगे। इसके बाद उनकी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय बैठक होगी और फिर प्रधानमंत्री भारत लौटेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि भारत और चीन के बीच सीधी उड़ान सेवा फिर से जल्द ही शुरू होती दिखेंगी।
हाथी और ड्रैगन एक साथ
इससे पहले दोनों देशो के नेताओं के बीच एक बैठक हुई जिसमें पीएम मोदी और जिनपिंग भी मौजूद रहे। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'चीन में गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए मैं आपका आभारी हूं। पिछले साल कजान में हमारी मुलाकात ने हमारे संबंधों पर एक सकारात्मक प्रभाव डाला है। सीमा पर शांति और स्थिरता का माहौल बना हुआ है।'
इसके बाद राष्ट्रपति चिनफिंग ने अपने भाषण में कहा कि भारत-चीन संबंध सुधारने को रेखांकित करने के लिए एक बार फिर हाथी और ड्रैगन को एक साथ आना होगा। पिछले दिनों जब उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखा था, तो उसमें भी इसका जिक्र था। हाल में विदेश मंत्री वांग ई ने अपनी भारत यात्रा के दौरान भी यही बात कही थी।
ट्रम्प के टैरिफ को साथ देंगे टक्कर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी जबकि चीन पर 30 फीसदी टैरिफ लगाया है। अब माना जा रहा है कि ट्रंप की शुल्क नीति से वैश्विक इकोनमी पर पड़ने वाले असर को लेकर भारत और चीन की अर्थव्यवस्थाओं पर भी दोनों के बीच चर्चा हुई।