इस सावन माह में घर में जरूर लगाए शमी का पौधा लगाने के फायदे जानिए
हिंदू धर्म में सावन का महीना आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस पवित्र महीने का हर दिन शुभ माना जाता है और इसे अक्सर एक उत्सव की तरह मनाया जाता है। सावन विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है और ऐसा माना जाता है कि इस दौरान कुछ विशेष अनुष्ठान करने से ग्रहों की स्थिति, विशेष रूप से शनि से संबंधित साढ़ेसाती और ढैय्या सहित, के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है।
इस वर्ष, सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई, 2025 को शुरू हुआ था और अब अपने समापन के करीब है। सावन पूर्णिमा का समापन 9 अगस्त, 2025 को होगा। सावन के समापन से पहले, घर में शमी (प्रोसोपिस सिनेरेरिया) का पौधा लगाना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और शनि संबंधी कष्ट भी शांत होते हैं। शमी का पेड़ भगवान शिव और शनिदेव दोनों को अत्यंत प्रिय माना जाता है।
शनि के प्रभाव में वर्तमान में राशियाँ
विशेषज्ञों के अनुसार, बारह राशियों में से पाँच राशियाँ इस समय साढ़ेसाती या ढैय्या के प्रभाव में हैं। मीन (मीन), कुंभ (कुंभ) और मेष (मेष) राशियाँ साढ़ेसाती से गुज़र रही हैं, जबकि सिंह (सिंह) और धनु (धनु) राशियाँ ढैय्या से प्रभावित हैं। इन राशियों के जातकों के लिए, सावन समाप्त होने से पहले शमी का वृक्ष लगाना ग्रहों के कष्टों को कम करने में विशेष रूप से प्रभावी माना जाता है।
शमी वृक्ष: सावन में एक पवित्र उपाय
हिंदू धर्म और ज्योतिष में, शमी वृक्ष को पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। यह विशेष रूप से शनि से जुड़ा हुआ है और माना जाता है कि इसे लगाने, पूजा करने या देखभाल करने से साढ़ेसाती, ढैय्या और अन्य शनि दोषों के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है।
इसके अलावा, यह वृक्ष भगवान शिव को भी प्रिय है। बेल के पत्तों की तरह, शमी के पत्ते भी पूजा के दौरान शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं। माना जाता है कि सावन माह में शमी का पेड़ लगाने से शिव और शनि दोनों की संयुक्त कृपा प्राप्त होती है।
वास्तु की दृष्टि से, घर में शमी का पौधा रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मकता आती है।