Monsoon Hair Care: घर पर ही नीम-तुलसी की मदद से स्कैल्प और रूसी की प्रॉब्लम को करे दूर
मानसून में बालों की देखभाल के सुझाव: बारिश का मौसम शुरू होते ही बालों की समस्याएं भी तेज़ी से बढ़ने लगती हैं। अक्सर स्कैल्प चिपचिपा लगने लगता है, बालों से बदबू आने लगती है और रूसी भी होने लगती है। इसका मुख्य कारण हवा में बढ़ती नमी है, जिससे स्कैल्प पर बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन बढ़ने लगते हैं। अगर आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं और बिना केमिकल का इस्तेमाल किए प्राकृतिक समाधान चाहते हैं, तो नीम और तुलसी से बना हेयर रिंस (नीम तुलसी हेयर रिंस) आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। यह एक सस्ता, आसान और असरदार घरेलू उपाय है, जो न सिर्फ़ आपके बालों को स्वस्थ बनाएगा, बल्कि स्कैल्प को भी ताज़ा और साफ़ रखेगा।
नीम और तुलसी के फ़ायदे - आयुर्वेद में नीम और तुलसी दोनों को ही औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो स्कैल्प से रूसी और खुजली जैसी समस्याओं को दूर करते हैं। वहीं, तुलसी स्कैल्प को आराम और ताजगी प्रदान करती है। ये दोनों मिलकर एक ऐसा हेयर टॉनिक तैयार करते हैं जो मानसून में बालों की देखभाल के लिए एकदम सही है।
नीम तुलसी हेयर रिंस कैसे बनाएँ
सामग्री:
नीम के पत्ते – 10 से 15
तुलसी के पत्ते – 10 से 12
पानी – 2 से 3 कप
विधि:
-सबसे पहले नीम और तुलसी के पत्तों को अच्छी तरह धो लें।
-अब एक बर्तन में 2-3 कप पानी लें और उसमें ये पत्ते डालें।
-पानी को धीमी आंच पर 10-15 मिनट तक उबालें।
-जब पानी का रंग हल्का हरा हो जाए, तो गैस बंद कर दें और पानी को ठंडा होने दें।
-अब इसे छानकर एक बोतल में भरकर फ्रिज में रख दें।
कैसे इस्तेमाल करें?
शैम्पू करने के बाद, इस नीम-तुलसी के पानी से बालों को धोएँ। इसे स्कैल्प पर अच्छी तरह लगाएँ और 2-3 मिनट तक मसाज करें। फिर इसे सामान्य पानी से न धोएँ, इसे ऐसे ही छोड़ दें ताकि स्कैल्प इसे सोख सके। आप चाहें तो इसे हफ़्ते में 2-3 बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
तुरंत फायदे दिखेंगे:
जब आप इस नीम-तुलसी के पानी को अपने बालों और जड़ों पर लगाएँगी, तो आपको रूसी की समस्या से अपने आप राहत मिल जाएगी। यह बालों की बदबू को भी दूर करेगा और स्कैल्प को साफ़ करेगा। इसके इस्तेमाल से बालों में प्राकृतिक चमक आएगी और बालों का झड़ना भी कम होगा।
अगर आपको स्कैल्प से बहुत ज़्यादा एलर्जी है, तो इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट ज़रूर कर लें। नीम का पानी आँखों में नहीं जाना चाहिए, क्योंकि इससे जलन हो सकती है।