88 की उम्र अन्ना हजारे का आमरण अनशन का ऐलान, सरकार की बढ़ी चिताएं
समाजसेवी अन्ना हजारे ने एक बार फिर आमरण अनशन का ऐलान कर दिया है। वह 30 जनवरी 2026 से महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ आमरण अनशन शुरू करने जा रहे है। उन्होंने कहा, यह अंतिम सांस तक जारी रहेगा। उनकी इस घोषणा ने सरकार और प्रशासन की चिताएं बढ़ा दी है।
उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखित पत्र स्पष्ट चेतावनी हुए कहा कि यदि लोकायुक्त कानून तुरंत लागू नहीं किया गया, तो वह 30 जनवरी 2026 से आमरण अनशन शुरू कर देंगे। अन्ना हजारे ने यह भी कहा कि वह हार्ट अटैक से मरने के बजाय देश और समाज के हित में मृत्यु पाते हैं, तो वह उनकी सौभाग्यशाली मौत होगी।
बता दे, अन्ना हजारे ने साल 2022 में भी लोकायुक्त कानून की मांग को लेकर रालेगणसिद्धी में अनशन किया था। उस समय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय कृषि मंत्री ने हस्तक्षेप करके उन्हें अनशन खत्म करने पर मजबूर किया था। उस दौरान फडणवीस सरकार ने समिति गठित कर कानून का ड्राफ्ट भी तैयार कर लिया था। महाराष्ट्र सरकार ने 28 दिसंबर 2022 को विधानसभा और 15 दिसंबर 2023 को विधान परिषद से लोकायुक्त बिल पास किया था। लेकिन अभी तक कानून लागू नहीं हुआ और सरकार भी इस ओर ध्यान नहीं दे रही।
अन्ना हजारे ने कहा, "ये देश कानून के आधार पर चला है। लोकसभा और विधानसभा में मुख्य काम कानून बनाना है। मैंने अभी तक 10 कानून बनाए... महाराष्ट्र में सशक्त लोकायुक्त कानून होना जरूरी है।